ऋषिकेश के निकट नरेंद्रनगर में जी20 बैठक के लिए पहुँचने लगे विदेशी मेहमान

देहरादून: ऋषिकेश के निकट नरेंद्रनगर में होने वाली जी20 बैठक के लिए विदेशी मेहमानों के पहुँचने का सिलसिला मंगलवार को शुरू हो गया. भ्रष्टाचार रोधी तंत्र को मजबूत करने के उपायों पर मंथन के लिए बुधवार से शुरू होने वाली 'भ्रष्टाचार रोधी कार्य समूह’ की तीन दिवसीय बैठक के लिए विदेशी प्रतिनिधियों का एक समूह सुबह जॉलीग्रांट हवाई अडडे पहुंचा जहां उनका पारंपरिक रूप से तिलक व माला पहनाकर स्वागत किया गया.

इस दौरान, पर्वतीय संस्कृति के पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर प्रस्तुति दे रहे छोलिया नर्तकों को देखकर प्रतिनिधि भी खुद को रोक नहीं पाए और कलाकारों के साथ नृत्य करने लगे. नृत्य करने वालों में महिला प्रतिनिधियों के साथ ही पुरूष प्रतिनिधि भी शामिल रहे. जॉलीग्रांट हवाई अडडे के अंदर और बाहर दीवारों पर पहाड़ की समृद्ध संस्कृति को दर्शाते चित्रों को भी उन्होंने सराहा. सभी मेहमान हवाईअडडे पर आतिथ्य से काफी खुश नजर आए. इसके बाद इन सभी प्रतिनिधियों को जी20 के मुख्य आयोजन स्थल टिहरी जिले के नरेंद्रनगर ले जाया गया. बैठक के मुख्य एजेंडे के तहत जी20 देशों के प्रतिनिधि अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार रोधी तंत्र को मजबूत करने पर गंभीर मंथन करेंगे. इसके अलावा, इस दौरान जहां विदेशी अतिथियों को गंगा नदी के तट पर होने वाली गंगा आरती का दिव्य और आध्यात्मिक अनुभव होगा तो वहीं उन्हें नरेंद्रनगर के ओणी गांव जाकर पहाड़ के ग्रामीण लोगों के जीवन, रहन-सहन और संस्कृति को नजदीक से समझने का अवसर भी मिलेगा.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रदेश में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं जिनमें देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून, भ्रष्टाचार की शिकायतों को दर्ज करने के लिए 1064 ऐप की शुरूआत, अपणि सरकार पोर्टल, ई-कैबिनेट, ई-ऑफिस, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1905, सेवा का अधिकार और स्थानांतरण कानून की पारदर्शी व्यवस्था शामिल है. नरेंद्रनगर में होने वाली बैठक प्रदेश में जी20 की दूसरी बैठक है. इससे पहले, मार्च के आखिरी सप्ताह में नैनीताल जिले के रामनगर में ‘चीफ साइंस एडवाइजर राउंडटेबल’ बैठक हो चुकी है. उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य के लिए इसे अत्यंत गौरवशाली उपलब्धि बताते हुए धामी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्र सरकार का प्रदेश सरकार, प्रशासनिक अमले एवं लोगों की क्षमता व प्रतिभा पर अटूट विश्वास को दर्शाता है.

इस दौरान, विदेशी मेहमान उत्तराखंड की पारंपरिक शैली के मॉडल गांव के रूप में विकसित नरेंद्रनगर के ओणी गांव में पहाड़ के ग्रामीण परिवेश का दीदार भी करेंगे. ऋषिकेश से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ओणी में करीब दस करोड़ रुपये की लागत से विकास कार्य किए गए हैं तथा सौंदर्यीकरण के साथ ही उसके मकानों को पारंपरिक एपण कला के साथ पारंपरिक वेशभूषा से जुड़ी चित्रकारी से जीवंत किया गया है. सोर्स- भाषा