जी-20 की बैठकें उत्तराखंड की पहचान से विश्व को परिचित कराने का अवसर- पुष्कर सिंह धामी

देहरादून: उत्तराखंड में होने वाली जी-20 की बैठकों को राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, पर्यटन एवं जैव विविधता से पूरे विश्व को परिचित कराने का अवसर बताते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को अधिकारियों से कहा कि इनके आयोजन में किसी भी प्रकार की कमी नहीं रहनी चाहिए.

माह के अंत में नैनीताल जिले के रामनगर में आयोजित होने वाली जी-20 बैठक की तैयारी के लिए मुख्य सचिव सुखबीर सिंह सन्धु सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन बैठकों से विश्व स्तर पर उत्तराखंड की पहचान बनने का अच्छा अवसर है. उन्होंने कहा कि राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर्यटन एवं जैव विविधता से पूरे विश्व को परिचित कराने का भी यह अवसर है और इसके लिए सभी स्तरों पर समय से बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए. आयोजन की व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की भी कोई कमी न रहने की ताकीद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आयोजित होने वाली बैठकें जी-20 की अन्य बैठकों के लिये उदाहरण बननी चाहिए.

धामी ने राज्य के विशिष्टता वाले स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने हेतु जी-20 की बैठकों के आयोजन स्थल पर उनके स्टॉल लगाने के निर्देश दिए. उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए आयोजन स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाए. उत्तराखंड में जी-20 की पहली बैठक रामनगर में 26 से 28 मार्च तक आयोजित होगी जबकि अन्य दो बैठकें ऋषिकेश में मई और जून में होंगी. सोर्स- भाषा