नई दिल्लीः लंबे इंतजार के बाद आज से G20 समिट का आगाज हो चुका है. जहां भारत मंडपम में G20 समिट की बैठक आयोजित की जानी है. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत मंडपम पहुंच चुके हैं. और विदेशों के राष्ट्राध्यक्ष के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है. इस दौरान PM मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का गले लगाकर स्वागत किया.
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति भी भारत मंडपम में पहुंच चके है. जहां मोदी ने कोणार्क चक्र के बारे में जानकारी दी. सभी देशों के लीडर्स भी दिल्ली पहुंच गये है. समिट में शामिल होने के लिए जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान आज सुबह भारत पहुंचे हैं. वहीं कल देर शाम भारत आए अमेरिकी प्रेसिडेंट बाइडेन एयरपोर्ट से सीधे मोदी से मिलने उनके सरकारी आवास पर पहुंचे.
वहीं अगर बात करें जी20 की अध्यक्षता की तो भारत इसकी मेजबानी पहली बार करने जा रहा है. इससे पहले भारत जी20 की मेजबानी भारत के हाथों में नहीं आयी है. इस शिखर सम्मेलन में तमाम नेता महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाना है. भारत अपनी जी20 अध्यक्षता के तहत समावेशी विकास, डिजिटल नवाचार, जलवायु लचीलापन और न्यायसंगत वैश्विक स्वास्थ्य पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. इसके साथ ही आर्थिक मदद, विश्व बैंक और आईएमएफ में सुधार, क्रिप्टो करेंसी के लिए नए नियम, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर जोर, जलवायु परिवर्तन और रूस-यूक्रेन युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभाव जैसे मुद्दे शामिल हैं. जिनपर चर्चा का अहम विषय है.
ये सभी देश जी20 का हिस्साः
बता दें कि जी-20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं.