भरतपुर: बहुचर्चित कुलदीप जघीना हत्याकांड के तीन बदमाशों ने गुरुवार को डीग थाने में सरेंडर किया है. आरोपी पंकज, देवेंद्र और लोकेंद्र ने करीब 11 बजे कोतवाली में आकर सरेंडर किया. ये तीनों अपराधी अब भीगी बिल्ली बने हैं. इन तीनों आरोपियों ने पुलिस के चौतरफा दबाव के बाद सरेंडर किया है.
तीनों की तस्वीरें सामने आई है, इनमें पुलिस का डर साफ दिखाई दे रहा है. तस्वीरों में अपराधी पंकज, लोकेंद्र और देवेंद्र डरे-सहमे नजर आ रहे हैं. पुलिस का साफ संदेश है कि कितने भी बड़े बदमाश बन लो, हश्र ऐसा ही होगा! बेहतर पुलिसिंग के सामने खौफ का सरेंडर होने से आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय का ध्येय वाक्य सच साबित हुआ है!
अब पुलिस इन तीनों आरोपियों से पूछताछ में जुट गई है. सरेंडर के बाद तीनों अपराधियों ने कहा कि पुलिस ने उनके ऊपर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है. उन्हें राजनीतिक दबाव में मारे जाने का डर था. इसलिए उन्होंने कोतवाली में सरेंडर किया है. वहीं एक आरोपी ने कहा कि जिसकी हत्या हुई है, उसका ससुराल पास में ही है. उन्होंने 15 दिन में हमें खोजकर मारने की धमकी दी थी. पुलिस ने हमारे ऊपर इनाम रख रखा है. जबकि हमारा मामले से कोई लेना देना नहीं है.
करीब 7 से 8 बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी:
आपको बता दें कि 12 जुलाई बुधवार को गैंगस्टर कुलदीप की हत्या उस समय हुई जब कुलदीप और उसके साथी विजयपाल को जयपुर जेल से भरतपुर कोर्ट में पेशी पर पुलिस लेकर आ रही थी. तभी अमोली टोल प्लाजा के पास बदमाशों ने बस में घुसकर फायरिंग कर दी और गैंगस्टर कुलदीप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी. इस दौरान कार में सवार होकर आए करीब 7 से 8 बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. इस दौरान पुलिस 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.