चित्तौड़गढ़: चित्तौड़गढ़ के रावतभाटा से बड़ी खबर मिल रही है. मानसून की विदाई से पहले राणा प्रताप सागर बांध के गेट फिर खुले. चंबल नदी घाटी परियोजना का सबसे बड़ा बांध राणा प्रताप सागर है. आज सुबह राणा प्रताप सागर बांध के 2 गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है.
मध्य प्रदेश के इंदौर, उज्जैन में पिछले 3 दिनों में हुई बारिश के चलते पानी की आवक हो रही है. गांधी सागर कैचमेंट में 1 लाख क्यूसेक पानी की आवक के बाद पानी की आवक शुरू हुई. उधर गांधी सागर बांध के 3 गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है.
#Chittorgarh #रावतभाटा: मानसून की विदाई से पहले फिर खुले राणा प्रताप सागर बांध के गेट
— First India News (@1stIndiaNews) September 29, 2024
चंबल नदी घाटी परियोजना का सबसे बड़ा बांध है राणा प्रताप सागर, आज सुबह राणा प्रताप सागर बांध के 2 गेट खोलकर की जा रही पानी की निकासी...#RajasthanWithFirstIndia @DmChittorgarh pic.twitter.com/yHJUJsWt2p
गांधी सागर बांध का पानी राणा प्रताप सागर बांध में आता है. गांधी सागर बांध में 60 हजार क्यूसेक पानी की आवक हो रही है. राणा प्रताप सागर बांध की पूर्ण भराव क्षमता 1157.50 फीट है. राणा प्रताप सागर बांध में अभी 1157.30 फीट पानी है. पहले सुबह 10 बजे एक गेट खोला गया और दोपहर 12 बजे दूसरा गेट खोलकर पानी की निकासी शुरू की.