Anita Choudhary Murder Case: गुलामुद्दीन की पुरानी हिस्ट्री आई सामने, शरीर के जॉइंटस काटकर किए थे टुकड़े, चाकू से पहले उतारा मौत के घाट

Anita Choudhary Murder Case: गुलामुद्दीन की पुरानी हिस्ट्री आई सामने, शरीर के जॉइंटस काटकर किए थे टुकड़े, चाकू से पहले उतारा मौत के घाट

जोधपुर: ब्यूटी पार्लर चलाने वाले अनीता चौधरी की हत्या से जुड़े मामले में मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन से रिमांड के दौरान पूछताछ हो रही है. पूछताछ में अनीता चौधरी की हत्या करना कबूल करने की बात सामने आई है. फिलहाल वारदात को अंजाम देने में खुद की अकेले की भूमिका बता रहा है. पूछताछ में शव को ठिकाने लगाने के तरीके सामने आए है. मृतका अनीता चौधरी भारी शरीर की थी. ऐसे में अनीता चौधरी के शरीर के जॉइंटस काटकर टुकड़े किए थे. तीन-चार फीट लंबे धारदार चाकू से पहले मौत के घाट उतारा था. दोनों पैरों को घुटनों और हाथों को कोहनियों से काटने की जानकारी सामने आई है. सिर को धड़ से अलग करने के बाद प्लास्टिक के दो कट्टों में कटा हुआ शव डाला था. उसके बाद घर के बाहर ही गड्ढा खुदवा कर शव के टुकड़े गाढ़ दिए थे. 

बार-बार बयान बदलने पर हो रही परेशानीः
गुलामुद्दीन से अलग-अलग समय अवधि में अलग-अलग अफसर पूछताछ कर रहे है. 7 अधिकारी अलग-अलग तरीकों से अलग-अलग समय पर पूछताछ कर रहे है. DCP राजर्षी राज वर्मा के अलावा 5 RPS अधिकारी पूछताछ कर रहे है. 4 ADCP और एक ACP पूछताछ कर रहे है. ऐसे में बार-बार बयान बदलने पर परेशानी हो रही है. जिसकी चलते पूछताछ करने वाली पुलिस टीम के लिए परेशानी हो रही है. किसी अधिकारी को कुछ और कहानी, दूसरी बार पूछने पर कुछ और कहानी बता रहा है. बार-बार बयान बदलने के कारण पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पा रही है. 

गुलामुद्दीन की पुरानी हिस्ट्रीः
गुलामुद्दीन की पुरानी हिस्ट्री सामने आई है. वो जहर खुरानी के अलावा वाहन चोरी में भी लिफ्त रहा है. शातिर बदमाश होने के साथ गुलामुद्दीन आदतन वाहन चोर रहा है. बाइक चोरी के 7 और जहर खुरानी का एक मामला दर्ज है. जबकि फिलहाल गुलामुद्दीन के खिलाफ और भी दर्ज मामलों की भी पड़ताल चल रही है. राजस्थान के अलग-अलग थाना क्षेत्र से मुकदमों की जानकारी मांगी जा रही है. 

परिजन 1 करोड़ मुआवजे की कर रहे मांगः
शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है. कुड़ी भगतासनी स्थित मंदिर में परिजन अभी भी धरने पर बैठे हैं. मामले की जांच CBI से कराने के साथ 1 करोड़ मुआवजे की मांग कर रहे है. शुरू से साथ देने वाले जाट समाज और सर्व समाज के प्रतिनिधि भी अब कन्नी काटने लगे है. अनीता चौधरी की परिजनों को अब सिर्फ सांसद हनुमान बेनीवाल से आस है. पिछले दिनों दोनों पिता पुत्र नागौर जाकर हनुमान बेनीवाल से मुलाकात करके आए थे. संभवत: उपचुनाव के बाद हनुमान बेनीवाल परिजनों के साथ सक्रिय होंगे. सरकार से विभिन्न मांगे मंगवाने के लिए सक्रिय होंगे.