पंछियों की बस्ती में 'सुनहरी' कदमताल ने बढ़ाया घना का रोमांच ! लेपर्ड की साइटिंग से पर्यटकों का रोमांच हुआ दोगुना

पंछियों की बस्ती में 'सुनहरी' कदमताल ने बढ़ाया घना का रोमांच ! लेपर्ड की साइटिंग से पर्यटकों का रोमांच हुआ दोगुना

भरतपुर: राजस्थान में प्रवासी पक्षियों के सबसे बड़े रहस्य के तौर पर प्रसिद्ध केवलादेव नेशनल पार्क में लेपर्ड की साइटिंग ने रोमांच को दोगुना कर दिया है. घना पक्षी विहार में इन दोनों पानी की जोरदार आवक से 1500 से ज्यादा पेंटेड स्टॉर्क आ चुके हैं, जिन्होंने यहां पर 850 से ज्यादा घोंसले तैयार किए हैं. 

इसी बीच घना पक्षी विहार के भ्रमण के दौरान पुलिस अधीक्षक मृदुल कछावा ने  यहां पर लेपर्ड को अपने कैमरे में कैद किया. भरतपुर के डीसीएफ वाइल्डलाइफ मानस सिंह ने बताया कि घना पक्षी विहार में प्रवासी और स्थानीय पक्षियों के अलावा एक जोड़ा चिंकारा, 500 से ज्यादा अजगर, सैकड़ो की संख्या में मॉनिटर लिजर्ड दिखाई देते हैं. 

यहां चीतलों की संख्या हजारों में है, डेजर्ट फॉक्स, जैकाल और दूसरे वन्य जीव भी दिखाई देते हैं और एक लेपर्ड भी यहां पर है. हालांकि पिछले कुछ समय से लेपर्ड दिखाई नहीं दे रहा था लेकिन आज भ्रमण के दौरान एसपी मृदुल कछावा ने लेपर्ड देखा और अपने कैमरे में कैद किया. 

इसके बाद से यहां आने वाले पर्यटकों और स्टाफ को एहतियात रखने को कहा गया है. दरअसल पानी की जोरदार आवक के चलते यहां छोटे वन्य जीव और हर्बीवोर झुंड में दिखाई देते हैं ऐसे में लेपर्ड आसान शिकार के चलते इन दिनों ट्रैक के आसपास दिखाई दे रहा है.