नई दिल्लीः बीते कई दिनों से प्याज की दरों में आग सी लग गयी है. जिसका नतीजा ये है कि 15 से 20 रुपये प्रति किलो प्याज बिकने वाला प्याज अब 80 से 100 रुपये की कीमतों पर पहुंच गया है. और उम्मीद की जा रही कि जल्द ही ये दाम 120 रुपये के आसपास पहुंच जाएंगे. जिसको लेकर केंद्र सरकार ने अब इस पर लगाम लगाने की तैयारी शुरु कर दी है.
त्योहारी सीजन में आम लोगों को महंगाई से राहत देने के लिए दिल्ली एनसीआर में सरकार 25 रुपये प्रति किलो पर प्याज बेच रही है. यह बफर स्टॉक वाले प्याज हैं. जिसे आसपास के राज्यों से मंगाया जा रहा है. सरकार बफर प्याज को दो सहकारी एनसीसीएफ और एनएएफईडी आउटलेट और वाहनों के माध्यम से 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर बेच रही है.
बाहरी देशों में निर्यात पर लगेगी लगामः
इसके साथ ही सरकार ने एक और बड़ा फैसला लेते हुए प्याज का निर्यात शुल्क 800 डॉलर प्रति टन करने का ऐलान किया है. भारत से बाहरी देशों के लिए प्याज करीब 67 रुपये प्रति किलो पड़ेगा. इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि घरेलू बाजार में प्याज की दरों में बढ़ती आग पर काबू पाया जा सकेगा. और कीमतों में गिरावट दर्ज होगी. सरकार के इस फैसले से देश के बाहर प्याज की मात्रा कम ही पहुंचेगी.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि मौसम संबंधी कारणों से खरीफ प्याज की बुआई में देरी हुई है. इससे फसल की आवक में भी देरी हुई है. खरीफ प्याज की आवक अब तक शुरू हो जानी चाहिए थी, लेकिन नहीं हुई है. रबी सीजन की प्याज का भंडार खत्म होने से आपूर्ति कम हो रही है. हालांकि सरकार द्वारा अब प्याज की बढ़ती कीमतों के बीच आसपास के शहरों से मंगवाया जा रहा है.