नई दिल्ली: उत्तरकाशी टनल हादसे में 17वें दिन बड़ी सफलता मिली है. आखिरकार टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है. चारों धामों के यात्रा को जोड़ने वाली इस निर्माणाधीन टनल पर यह हादसा 12 नवंबर को हुआ था. इसके बाद से मजदूरों को सुरंग से सुरक्षित निकालने के लगातार प्रयास लगातार जारी थे.
इन मजदूरों को निकालने के लिए इतने दिनों से तेजी से ऑपरेशन चलाया जा रहा था. अमेरिका से बुलाई ऑगर मशीन से ड्रिलिंग भी की जा रही थी. लेकिन आखिरी की 10 मीटर की खुदाई रैट-माइनर्स ने की. और उनकी वजह से ही मजदूरों तक पहुंचना संभव हो पाया है.
ये मजदूर फंसे थे सुरंग में
गब्बर सिंह नेगी- उत्तराखंड, सबाह अहमद- बिहार
सोनु शाह- बिहार, मनिर तालुकदार- पश्चिम बंगाल
सेविक पखेरा-पश्चिम बंगाल, अखिलेश कुमार- यूपी
जयदेव परमानिक-पश्चिम बंगाल, वीरेन्द्र किसकू- बिहार
सपन मंडल- ओडिशा,सुशील कुमार- बिहार
विश्वजीत कुमार- झारखंड, सुबोध कुमार- झारखंड
भगवान बत्रा- ओडिशा, अंकित-यूपी, राम मिलन-यूपी
सत्यदेव- यूपी, सन्तोष- यूपी, जय प्रकाश- यूपी
राम सुन्दर- उत्तराखंड, मंजीत- यूपी, अनिल बेदिया- झारखंड
श्राजेद्र बेदिया- झारखंड, सुकराम- झारखंड
टिकू सरदार- झारखंड, गुनोधर- झारखंड
रनजीत- झारखंड, रविन्द्र- झारखंड, समीर- झारखंड
विशेषर नायक- ओडिशा, राजू नायक- ओडिशा
महादेव- झारखंड, मुदतू मुर्म- झारखंड
धीरेन- ओडिशा, चमरा उरॉव- झारखंड
विजय होरो- झारखंड, गणपति- झारखंड
संजय- असम, राम प्रसाद- असम, विशाल- हिमाचल प्रदेश
पुष्कर- उत्तराखंड, दीपक कुमार- बिहार