राजकोट: गुजरात के राजकोट जिले में हीरासर स्थित हवाई अड्डा इस महीने के अंत तक संचालन के लिए तैयार हो जाएगा और इसका रनवे राज्य में सबसे लंबा होगा. यह जानकारी एक अधिकारी ने शनिवार को दी.
अधिकारी ने कहा कि राजकोट शहर के बाहरी इलाके स्थित हवाई अड्डे पर विभिन्न परीक्षण शनिवार को शुरू हुए. जिलाधिकारी अरुण महेश बाबू ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हवाई अड्डे के पास 3.5 किलोमीटर लंबा रनवे है, जो गुजरात में सबसे लंबा है. उन्होंने कहा कि रनवे के नीचे 700 मीटर लंबी पानी की सुरंग भी है, जो एशिया में सबसे लंबी है.
सबसे बड़े हवाई अड्डे के रूप में भी उभर सकता है:
बाबू ने कहा, ‘‘यह राजकोट के लिए एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि यह पूरे सौराष्ट्र क्षेत्र के लिए मुख्य हवाई अड्डा होगा. यह गुजरात के सबसे बड़े हवाई अड्डे के रूप में भी उभर सकता है. हवाई अड्डे के लिए इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग का परीक्षण आज से शुरू हुआ. उन्होंने कहा कि हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) के जरिए विमान के उतरने और ‘सिस्टम कैलिब्रेशन (व्यवस्थागत तालमेल)’ दो दिनों तक चलेगा.
डीजीसीए की अनुमति के लिए प्रक्रिया भी चल रही:
जिलाधिकारी ने कहा कि निन्यानबे प्रतिशत काम पूरा हो गया है. सात पवन चक्कियों (क्षेत्र में स्थित) को हटाया जा रहा है और मुख्य सड़क से संपर्क मार्ग का निर्माण कार्य इस महीने पूरा हो जाएगा. हमें उम्मीद है कि हवाई अड्डा मार्च के अंत तक तैयार हो जाएगा. डीजीसीए की अनुमति के लिए प्रक्रिया भी चल रही है. एक बार इसे अनुमति मिल जाने के बाद, केंद्र इसके संचालन की तारीख तय करेगा. केंद्र ने 2017 में राजकोट से लगभग 28 किलोमीटर दूर हीरासर में 1,400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से हवाई अड्डे की परियोजना के लिए हरी झंडी दी थी. सोर्स-भाषा