जयपुरः भजनलाल सरकार के दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर जयपुर में राज्य स्तरीय आरोग्य शिविर और रक्तदान शिविर का भव्य आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस मौके पर ‘स्वस्थ राजस्थान’ के लक्ष्य को दोहराते हुए स्वास्थ्य क्षेत्र को कई नई सौगातें दीं.
राज्य सरकार की दूसरी वर्षगांठ पर जयपुर के RUHS चिकित्सालय परिसर में राज्य स्तरीय आरोग्य शिविर, रक्तदान शिविर और विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों का शुभारंभ किया गया. इस मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार का हर निर्णय और हर योजना आमजन के हित को केंद्र में रखकर बनाई जा रही है. राज्य सरकार ‘स्वस्थ राजस्थान’ के लक्ष्य के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है. गांव-ढाणियों तक गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि RGHS योजना में गड़बड़ी करने वाले अस्पतालों पर हमने बड़ा एक्शन लिया है. RGHS योजना में जिस तरह कुछ हॉस्पिटल लूट का काम कर रहे. हमने उनके खिलाफ भी एक्शन लिया. ये सब भ्रष्टाचार कांग्रेस के राज में शुरू हुआ था. लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा,अब ऐसे हॉस्पिटल और डॉक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई होगी.
मुख्यमंत्री ने RUHS में 20 करोड़ रुपये की लागत से बने अत्याधुनिक क्रिटिकल केयर ब्लॉक का उद्घाटन किया. इस ब्लॉक में आईसीयू बेड, एडवांस्ड वेंटिलेटर, मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर और डायलिसिस जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं. प्रदेशभर में आयोजित आरोग्य शिविरों में 30 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की बीपी, शुगर, बीएमआई और कैंसर जैसी बीमारियों की जांच की जा रही है. मरीजों को निशुल्क जांच और दवाइयाँ उपलब्ध करवाई जा रही हैं. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्त का कोई विकल्प नहीं है. रक्तदान जैसा महादान कर जीवन बचाने वाले सभी लोग अभिनंदन के पात्र हैं. जिला मुख्यालयों और तहसील स्तर पर रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं. साथ ही मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने ‘हील इन राजस्थान पॉलिसी 2025’ का विमोचन किया, जिससे राजस्थान मेडिकल वैल्यू ट्रैवल डेस्टिनेशन बनेगा.
समारोह में दिव्यांगजनों को स्कूटी, मोटराइज्ड ट्राई-साइकिल और सहायक उपकरण वितरित किए गए. राज्य सरकार ने डेढ़ लाख दिव्यांगजनों को 20 हजार रुपये तक के कृत्रिम अंग और उपकरण देने का संकल्प लिया है. राज्य में निशुल्क जांच के लिए हब और स्पोक मॉडल शुरू किया गया है. इसके तहत 100 से अधिक विशेष जांचें निशुल्क होंगी और मरीजों को रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएगी. गर्भवती महिलाओं को एनीमिया से मुक्त करने के लिए एफसीएम इंजेक्शन अभियान शुरू किया गया है. वहीं, सरकारी स्कूलों में बच्चों की आंखों की जांच और निशुल्क चश्मा वितरण भी किया जाएगा.पिछले दो वर्षों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में 35 हजार भर्तियां की गई हैं. 7 नए मेडिकल कॉलेज शुरू किए गए हैं और मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत 35 लाख से अधिक लोगों को कैशलेस इलाज मिला है.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे दो वर्ष में पूर्ववर्ती सरकार से कहीं अधिक कार्य. स्वस्थ और खुशहाल राजस्थान का संकल्प."राज्य सरकार की दूसरी वर्षगांठ पर स्वास्थ्य सेवाओं को मिली ये सौगातें ‘स्वस्थ राजस्थान’ की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही हैं. कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास भी मौजूद रहे.