Health First Conclave & Awards 2024-Season-2: 1st इंडिया के CEO एवं मैनेजिंग एडिटर पवन अरोड़ा बोले- 75 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में मेडिकल सुविधाएं मौजूद

जयपुरः फर्स्ट इंडिया की ओर से Health First Conclave & Awards 2024-Season-2 का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम में 1st इंडिया के CEO एवं मैनेजिंग एडिटर पवन अरोड़ा शिरकत कर रहे है. उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि आज के कॉन्क्लेव के पीछे एक सोच फर्स्ट इंडिया न्यूज चैनल है. हमारा काम सिर्फ न्यूज देना ही नहीं बल्कि हमारे सामाजिक सरोकार भी हैं. 

राजस्थान में करीब 8 हजार हॉस्पिटल हैं. सरकारी हॉस्पिटल में 47 हजार बेड हैं. वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल में 48 हजार बेड हैं. प्रदेश में 35 मेडिकल कॉलेज हैं.  75 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में मेडिकल सुविधाएं मौजूद हैं. राजस्थान में मेडिकल सेक्टर में क्रांति आने वाली है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और चिकित्सा मंत्री गजेंद्र खींवसर मिलकर काम कर रहे है. राजस्थान की छवि अब बदलने जा रही है अन्य राज्यों से लोग यहां इलाज कराने आ रहे है. 

बिना सरकारी अनुदान के प्राइवेट हॉस्पिटल नहीं बढ़ सकते आगे:
राजस्थान में निजी अस्पतालों को लेकर हमें सोचना होगा. प्राइवेट हॉस्पिटल सेवा का काम है या बिजनेस है ये बड़ा सवाल है. प्राइवेट हॉस्पिटल पर लोग जल्दी से भरोसा नहीं करते जबकि सच्चाई कुछ और ही होती है. बिना सरकारी अनुदान के प्राइवेट हॉस्पिटल आगे नहीं बढ़ सकते. सरकार की जिम्मेदारी है कि अच्छी सुविधा मुहैया करवाई जाए. कई बार सरकारी योजनाओं के दुरूपयोग की ख़बर आती है. सरकारी अस्पताल और प्राइवेट अस्पताल एक दूसरे के पूरक हैं ना कि कॉम्पिटिटर. 

अस्पतालों में लैब की बहुत कमी:
वर्तमान में अस्पतालों में लैब की बहुत कमी है. MRI में लंबा समय अस्पतालों में लग जाता है. लेकिन जब निजी अस्पतालों में जाते है तो चार्ज ज्यादा लगते हैं. टेली मेडिसिन सेंटर हमें ग्रामीण लेवल तक लेकर जाना चाहिए. टेली मेडिसिन सेंटर पर अच्छा इलाज मिल सकता है. ई-मित्र की तरह टेली मेडिसिन सेंटर होना चाहिए. पैथोलॉजी लेब भी टेली मेडिसिन के साथ होना चाहिए. जेनेरिक को लेकर सवाल उठते हैं कि डॉक्टर जेनरिक मेडिसिन नहीं लिखते. जबकि नियमित प्रक्रिया में जेनेरिक मेडिसिन होना चाहिए. अभी कई जगह पर ट्रॉमा सेंटर भी नहीं हैं,दूर रैफर करना पड़ता है. मेडिकल एजुकेशन के लिए बहुत बड़ा खर्चा होता है. सरकार को ऐसी स्कीम या स्कॉलरशिप लानी चाहिए.  

कार्यक्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर मुख्य अतिथि हैं. चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव अंबरीश कुमार भी शिरकत कर रहे है. स्टेट हेल्थ इंश्योरेंस एजेंसी की CEO प्रियंका गोस्वामी भी मौजूद है. RUHS के वाइस चांसलर डॉ. धनंजय अग्रवाल और MGUMST चेयरपर्सन डॉ. एम.एल. स्वर्णकार शिरकत कर रहे है.