शिमला : भूस्खलन और बाढ़ के कारण करीब 24 घंटे तक बंद रहने के बाद चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग सोमवार रात यातायात के लिए बहाल कर दिया गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. राजमार्ग अवरुद्ध होने के कारण रविवार शाम से हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में पर्यटकों सहित सैकड़ों यात्री फंस गए थे.
70 किलोमीटर लंबा मंडी-पंडोह-कुल्लू मार्ग अवरुद्ध:
अचानक आई बाढ़ के बाद मंडी शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर औट के पास खोतीनल्ला में राजमार्ग का 70 किलोमीटर लंबा मंडी-पंडोह-कुल्लू मार्ग अवरुद्ध हो गया, जबकि भूस्खलन के बाद मंडी-पंडोह खंड 6-माइल्स के पास अवरुद्ध हो गया था. हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी है.
कुल 301 सड़क मार्ग बंद:
मौसम विज्ञान विभाग ने 28-29 जून को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी चलने तथा बिजली कड़कने और 30 जून तथा एक जुलाई को आंधी चलने तथा बिजली कड़कने का पूर्वानुमान लगाया है. भारी बारिश के बाद राज्य में कुल 301 सड़क मार्ग बंद हो गए थे, जबकि 140 बिजली ट्रांसफार्मर इससे प्रभावित हुए.
अचानक आ गई बाढ़:
भारी बारिश के कारण मंडी शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर पंडोह-कुल्लू मार्ग पर औट के पास खोतिनल्ला में अचानक बाढ़ आ गई थी. राज्य आपदा अभियान केंद्र की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भूस्खलन, बारिश संबंधी घटनाओं और डूबने से राज्य में अभी तक नौ लोगों की मौत हुई है.
102 करोड़ रुपये का नुकसान:
आंकड़ों के अनुसार, बारिश से जुड़ी घटनाओं में राज्य को 102 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. जल शक्ति विभाग को सबसे ज्यादा 73.68 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, उसके बाद लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को 27.79 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. सोर्स भाषा