HMPV वायरस का एक और केस मिला, अब पुडुचेरी में 5 साल की बच्ची संक्रमित

HMPV वायरस का एक और केस मिला, अब पुडुचेरी में 5 साल की बच्ची संक्रमित

नई दिल्ली: HMPV वायरस का एक और केस सामने आया है. पुडुचेरी में 5 साल की बच्ची HMPV से संक्रमित मिली है. पुडुचेरी के JIPMER में 5 साल की एक बच्ची को बुखार, खांसी और नाक बहने के लक्षणों के बाद उसकी जांच की गई. तो जांच में बच्ची HMPV से संक्रमित पाई गई है. बता दें कि बीते कुछ दिनों से भारत में HMPV वायरस के मामले तेजी से बढे है.

HMPV वायरस कोविड की तरह ही करता है 'Behave'
- एचएमपीवायरस के साथ सबसे बड़ा खतरा यह है कि ये निमोनिया भी करता है
- निमोनिया एक ऐसी बीमारी है जो बच्चों की मौत का कारण बन सकती है
- यह वायरस एक से दूसरे बच्चे में तेजी से फैलता है
- जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, वह एचएमपीवी वायरस के संपर्क में आने के बाद ज्यादा बीमार पड़ सकते हैं.
- एचएमपीवी (ह्यूमन मेटाप्न्यूमोवायरस) एक प्रकार का ऐसा वायरस है,सांस की नली में प्रवेश करके लंग्स तक जाता है
- कोविड भी बिलकुल ऐसा ही था, दोनों वायरस के लक्षण भी एक जैसे ही हैं
- हालांकि एचएमपीवी वायरस मुख्य रूप से शिशुओं और छोटे बच्चों को संक्रमित करता है
- इस वायरस से संक्रमित होने के बाद सबसे आम लक्षण खांसी है, जो अक्सर बलगम के साथ होती है
- इसके साथ हल्का बुखार भी आता है, इस वायरस से संक्रमित होने के बाद कुछ मामलों में गंभीर लक्षण आ सकते हैं
- इसमें सांस लेने में दिक्कत हो सकती है, जो अक्सर सीने में दर्द के साथ होती है.

नहीं है कोई वैक्सीन और दवा:
- इस वायरस के इलाज के लिए कोई निर्धारित दवा या बचाव के लिए कोई वैक्सीन नहीं है
- चिकित्सकों के मुताबिक केवल लक्षणों के आधार पर इलाज किया जाता है
- एचएमपीवी वायरस के दौरान तरल पदार्थों का सेवन करना महत्वपूर्ण है
- ताकि शरीर को हाइड्रेटेड रखा जा सके, बुखार होने पर बच्चों को पैरासिटामोल या इबुप्रोफेन दी जाती है