पृथ्वीराज चौहान के साथ छल कपट नही होता तो आज विश्व में भारत की पहचान कुछ अलग ही होती : CM भजनलाल शर्मा

ब्यावरः राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि पिछले 44 वर्षो से मगरा क्षेत्र में सनातन संस्कृति एवं संस्कारों को सुदृढ़ करने का जो काम विश्व हिंदू परिषद ने किया जा रहा है वो काफी सराहनीय है. विश्व हिंदू परिषद की ओर से की जा रही यह पहल संस्कृति और संस्कारों के नव निर्माण में महत्वपूर्ण है. मगरा क्षेत्र की इस धरा का यह सौभाग्य है कि यहां पृथ्वीराज चौहान के वंशज निवास करते है. 

वे रविवार को ब्यावर के आशापुरा माता धाम में सम्राट पृथ्वीराज चौहान जयंती समारोह के समापन के मौके पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि पृथ्वीराज चौहान होनहार थे, वीरता के लिए पहचाने गए और धर्मपरायण थे. चौहान में मात्र 11 वर्ष की आयु से ही ऐसा जज्बा और जोश था कि उन्होंने कभी भी हार नही मानी. सीएम शर्मा ने कहा कि उनमें दया की भावना थी, यही कारण रहा कि मोहम्मद गौरी को तराईन के मैदान में 17 पराजित करने के बाद भी उसे माफ करते रहे. सीएम शर्मा ने चौहान की वीर गाथा का गुणगान करते हुए कहा कि यदि चौहान के साथ छल कपट नही होता तो आज विश्व में भारत की पहचान कुछ अलग ही होती. 

उन्होंने चौहान को एक शासक नही युग बताया और कहा कि राजस्थान वीरों की धरती है. त्याग, बलिदान और वीरता की गाथाए दिलो में जोश और देश के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करने की भावना पैदा करने वाली है. उनका कहना था कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान राष्ट्रीय स्वाभीमान के प्रतीक थे. जिनका नाम आज इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है. अपने संबोधन में सीएम शर्मा ने युवा पीढ़ी को उनसे आदर्श जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही और अपने लक्ष्य एवं विचाराधारा के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. 

इस दौरान सीएम शर्मा ने केंद्र ओर राज्य सरकार की और से चलाई जा रही जनकल्याणकारी के बारे में विस्तार से बताते हुए आमजन से उन्हें अधिक अधिक लाभ उठाने का आहवान किया. चौहान जयंती के समापन के मौके पर आयोजित किए गए सामूहिक विवाह सम्मेलन के आयोजन की सीएम शर्मा ने सराहना करते हुए कहा कि सामूहिक विवाह आज के समय की अच्छी परंपरा है. जो फिजूल खर्ची पर रोक लगाने के साथ साथ समानता, एकता की भावना को प्रगाढ़ करता है. 

उन्होंने अपने उद्बोधन में नव विवाहित जोड़ों के सुखी दाम्पत्य जीवन की मंगल कामना की एवं सभी वर वधु को अपना आशीर्वाद दिया. कार्यक्रम के दौरान विहिप के केंद्रीय मंत्री उमांकशर शर्मा ने अपने उदबोधन कहा कि यहा पर मौजूद जनसमूह पृथ्वीराज चौहान के वंशज है. उन्होंने कहा कि चौहान ने कभी भी मुगलो की दस्ता को स्वीकार नही किया. इस दौरान उमा शंकर शर्मा ने सीएम शर्मा से चीता काठात मेहरात जाति को अल्पसंख्यक जाति आरक्षण से बाहर निकालने की मांग की.