नई दिल्ली : आईएमडी के अनुसार अगले पांच दिनों में, मानसून ट्रफ, चक्रवाती परिसंचरण और पश्चिमी विक्षोभ जैसी महत्वपूर्ण मौसमी विशेषताएं भारत के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित करेंगी. यहां एक संक्षिप्त पूर्वानुमान और चेतावनी दी गई है, जहां भारी बारिश की उम्मीद है, जिसमें कुछ स्थानों पर बाढ़ के हालात भी शामिल है.
दक्षिणी उत्तर प्रदेश के मध्य भागों और आस-पास के क्षेत्रों में वायुमंडल के निचले स्तर पर एक चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है. मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर अपने सामान्य स्थान से नीचे स्थित है, जबकि पूर्वी छोर अपनी सामान्य स्थिति से ऊपर स्थित है. कश्मीर और लद्दाख के ऊपर वायुमंडल के मध्य और ऊपरी स्तरों पर एक ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ देखा गया है.
पूर्वी-पूर्वोत्तर राज्यों में 5 दिनों तक भारी बारिश:
उप-हिमालयी पश्चिम बंगालए सिक्किम, असमए मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरमए त्रिपुरा और बिहार में अगले दो दिनों तक कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा होगी. 11, 14 और 15 जुलाई को ओडिशा के साथ-साथ 12 से 14 जुलाई तक झारखंड में अलग-अलग भारी वर्षा होने की उम्मीद है. अरुणाचल प्रदेश और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 12 और 13 तारीख को अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होगी, जबकि मेघालय और बिहार में 12 जुलाई को इसका अनुभव होगा.
मध्य प्रदेश में 2 दिन बारिश की संभावन:
मध्य प्रदेश में अगले पांच दिनों में हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं भारी बारिश होगी. विदर्भ में 12 से 14 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की उम्मीद हो सकती है, और पश्चिम मध्य प्रदेश में 12 और 13 जुलाई को इसका अनुभव हो सकता है.
पश्चिम-दक्षिण भरतीय राज्यों व तटीय इलाकों में हल्की वर्षा:
कोंकण और गोवा, सौराष्ट्र और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में अगले पांच दिनों में हल्की से मध्यम व्यापक वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होगी. इसके अतिरिक्त, गुजरात क्षेत्र में 12, 15 और 16 जुलाई को अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल में 13 और 14 जुलाई को हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं भारी वर्षा की उम्मीद की जा सकती है. इसी तरह, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा में 12 जुलाई को इसका अनुभव होगा.