नई दिल्ली: बांग्लादेश में हिंसा के चलते फैली अशांति का असर उद्योग पर पड़ेगा. बांग्लादेश में हालात बदलने से वाहन कारोबार को बड़ा झटका लगा है. भारत से बांग्लादेश ट्रक, बस और 2-3 पहिया वाहन निर्यात होते हैं. बजाज ऑटो के 2-3 पहिया वाहनों का हर महीने 3.6% निर्यात होता है.
2 पहिया निर्माता हीरो मोटोकॉर्प, TVS मोटर के बांग्लादेश में कारखाने है. बांग्लादेश में बजाज ऑटो के 5000-6000 वाहन हर महीने जाते हैं. होरो मोटोकॉर्प के 60,000 वाहन साल भर में बांग्लादेश निर्यात होते हैं. बांग्लादेश में दोपहिया कारोबार में बजाज ऑटो, हीरो मोटो का दबदबा है.
बांग्लादेश में टाटा मोटर्स, अशोक लीलैंड, आइशर, बस और ट्रक निर्यात करती हैं. 2018-19 में कोविड से पहले 34,000-35,000 ट्रक-बस निर्यात होते हैं. 2023-24 में बांग्लादेश 6000 व्यावसायिक वाहन निर्यात हुए है. फिलहाल बांग्लादेश में स्थित भारतीय कारखाने पिछले 3-4 दिनों से बंद हैं.
वहीं बात अगर कपड़ा उद्योग की करें तो बांग्लादेश के निर्यात में कपड़ा क्षेत्र की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है. बांग्लादेश में करीब 25 फीसदी कपड़ा कारखानों के मालिक भी भारतीय ही है. ऐसे में हालात ठीक नहीं होने की स्थिति में कारखाने भारत शिफ्ट हो सकते है. जयपुर के गारमेंट निर्यातकों से भी अंतरराष्ट्रीय खरीदार संपर्क कर रहे है. ऐसे में निर्यातकों को क्रिसमस ऑर्डर में 20 फीसदी बढ़ोतरी की संभावना लगाई जा रही है. बांग्लादेश हर माह 3.8 और भारत 1.5 अरब डॉलर का कपड़ा निर्यात करता है.