नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच अहम बैठक हुई. बैठक के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन का बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ सालों से अमेरिका और रूस के बीच कोई समिट नहीं हुआ.दोनों देशों के रिश्ते शीत युद्ध के बाद से अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए. लेकिन अब टकराव छोड़कर बातचीत की ओर बढ़ने का समय आ गया है.
अमेरिका और रूस भले ही महासागरों से अलग हैं, फिर भी बहुत करीब के पड़ोसी हैं. दोनों देशों के बीच की दूरी सिर्फ 4 किलोमीटर है,इसलिए वे सच में पड़ोसी हैं. आज सुबह उन्होंने हवाई अड्डे पर ट्रम्प से हाथ मिलाया. तो उन्होंने उनसे 'नमस्ते पड़ोसी' कहा कि इसके बाद पुतिन ने अलास्का का इतिहास याद किया. जो 158 साल पहले रूस का हिस्सा था.
उन्होंने अमेरिकी राज्य में अब भी मौजूद रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्चों का जिक्र करते हुए कहा कि यह साझा विरासत दोनों देशों के बीच बराबरी और आपसी फायदे वाले रिश्ते को फिर से मजबूत करने में मदद कर सकती है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अगली मुलाकात के लिए मास्को का सुझाव दिया. ट्रम्प ने कहा कि यह फैसला लोगों को पसंद नहीं आएगा और कुछ आलोचना भी होगी.लेकिन उन्होंने पूरी तरह इसे नकारा नहीं, ट्रंप ने कहा-'यह हो सकता है.