जोधपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर में राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल के तीसरे चरण का शुभारंभ किया. उम्मेद स्टेडियम में मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि जब से मैंने राजनीति शुरू की है. जनता का प्यार, मोहब्बत, आशीर्वाद और दुआएं मिलती रही है, जिसके लिए मैं आप सभी का हृदय से आभारी हूं. अपनी अंतिम सांस तक सेवा करने का फिर मुख्यमंत्री ने वचन दोहराते हुए कहा कि पद पर रहूं या नहीं रहूं मगर मैं थांसू दूर नहीं. उदाहरण देकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आमजन को पुरानी बात बताई. परसराम मदेरणा उस वक्त इस बात के गवाह थे, जब छोटे बच्चे मुझसे हाथ मिलाया करते थे. मदेरणा ने उस वक्त कहा था मुझे अशोक गहलोत बहुत चालाक है.
हाथ मिलाने वाले एक दिन वोटर बन जाएंगे और आज सभी का मुझे बेशुमार प्यार मिल रहा. बजट घोषणा केवल बजट घोषणा नहीं है. लोगों का सोचना है कि आखिर बजट घोषणाओं को पूरी करने के लिए पैसा कहां से आएगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर दोहराते हुए कहा कि जादू से पैसा आएगा. किसी भी विधायक से पूछ कर देख लीजिए,कि गई घोषणाएं हुई है पूरी. आमजन तक सरकार की भावना और बजट की जानकारी पहुंचाने का आह्वान किया. 36 कौम की सेवा करने की आमजन से अपील की. राजस्थान की सेवा का संकल्प सभी मिलकर ले. जय नारायण व्यास व बरकतुल्लाह खान के बाद मुझे अवसर मिला है. हर गांव ढाणी और शहरों में होता है आपके मुख्यमंत्री का जिक्र होता है. चांदी से तोलने का मुझे आग्रह किया गया था. मगर मैंने यही कहा कि घर घर पहुंचा दो सरकार की योजनाओं की जानकारी. सरकार की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने का आह्वान किया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ईआरसीपी योजना का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार कर गुमराह रही. जबान करके कर रहे ना नुकुर. जनता का काम नहीं रुके, सरकारें भले बदलती रहे. वसुंधरा राजे के जमाने की है योजना,उसे भी लागू नहीं कर रहे. मगर हमारी सरकार ने कर लिया निर्णय, हम इस योजना को नहीं बंद करेंगे. देश आजाद कराने में कांग्रेस की अहम भूमिका रही. त्याग-बलिदान से संविधान बना है. केंद्र सरकार से दो महीने पहले ही आग्रह किया. गहलोत ने कहा कि दुनिया में जहां भी जाते है तो गांधी के देश से आने की इज्जत मिलती है.
बोफोर्स को लेकर विपक्ष के लोग कितने चिल्लाते रहे. सरकार बनाना अलग बात है मगर नीतियों पर सरकार चलाना अलग बात है. केंद्र सरकार महंगाई, बेरोजगारी और हिंसा पर ध्यान नहीं दे रहे. बजट में बीपीएल वालों को ₹500 में गैस सिलेंडर देने के ऐलान का जिक्र किया. मुख्यमंत्री गहलोत ने गौ माता के नाम पर राजनीति करने पर आरोप लगाते हुए कहा कि असल में हम और हमारी सरकार गौ माता के लिए बड़े-बड़े काम कर रही हैं. लंपी बीमारी के प्रति सरकार ने अपनी पूरी जिम्मेदारी निभाई थी. किसानों के लिए 100 यूनिट बिजली फ्री करने का भी जिक्र किया. सामाजिक सुरक्षा का जिक्र करते हुए उदाहरण दिए. केंद्र सरकार द्वारा बजट कम देने का भी जिक्र किया. प्रधानमंत्री को इस संबंध में मैंने पत्र लिखा है.
मुख्यमंत्री गहलोत ने चिरंजीवी योजना का जिक्र करते हुए कहा कि मॉनिटरिंग लगातार की जा रही है. राइट टू हेल्थ बिल लाने की तैयारी है, जो नाराज है,उन्हें मनाने की कोशिश चल रही है. शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर सरकार पूरी तरह से गंभीर है. जोधपुर के उच्च शिक्षण संस्थानों का जिक्र करते हुए कहा कि पूरे देश में जोधपुर एक ऐसा शहर है, जहां पर उच्च स्तरीय शिक्षण संस्थान जोधपुर में हैं. मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी और दिव्यांग विश्वविद्यालय का भी जिक्र किया. जोधपुर में शिक्षा का पूरा का पूरा जाल बिछा दिया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 45 साल से आपकी सेवा में समर्पित हूं. सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने मिलकर मुझे एमपी चुनाव में आगे बढ़ाने का निर्णय लेकर सहयोग किया. जबकि मैं तो एमएलए चुनाव भी हार चुका था. मगर जनता ने भी बराबर साथ दिया. जोधपुर वासियों का आशीर्वाद मिला. हमने बजट के भी इतिहास बनाए है. अकाल के ज़माने का गहलोत ने जिक्र करते हुए कहा कि घर-घर गेहूं की बोरियां पहुंचा दी थी. कर्मचारी भी एक समय हो गए थे विरोध. सब समय समय की बात है.
जोधपुर की जनता ने दिया इतना प्यार, कि हर बार कहता हूं, "मैं थांसू दूर नहीं. सेवा ही धर्म और सेवा ही कर्म के आधार पर जनता की सेवा करता रहा हूं. कोरोना से अभी भी सावधान रहने जरूरत की है. जब पहली बार सीएम बना तो कहा था. मेरे जहन में रहेगा, मुझे जी मिला है अवसर. किसी कोने से कोई शिकायत नहीं आने दूंगा. जोधपुर वासियों,परिवार को कभी नीचा नहीं देखने दूंगा. ऐसा कोई काम नहीं करूंगा, कि किसी को नीचा देखना पड़े. आपके आशीर्वाद से ही कामयाब बन पाया हूं.