जैसलमेर: सीमावर्ती जिले जैसलमेर के किशनगढ़ क्षेत्र में भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल के तोपखानों की गरज से गूंज उठा. बल के जवानों की अचूक निशानेबाजी से अधिकारी वर्ग भी खुश नजर आया और उनके कौशल की दाद देने से खुद को नहीं रोक पाया. अवसर था सीमा सुरक्षा बल की 53 वीं अंतर सीमांत सपोर्ट वेपन शूटिंग प्रतियोगिता का. इसका उद्घाटन जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित किशनगढ़ फील्ड फायरिंग रेंज में किया गया. बल के राजस्थान सीमांत के साउथ डीआईजी विक्रम कुंवर ने प्रतियोगिता का विधिवत रूप से आगाज किया.
यह प्रतियोगिता आगामी 21 दिसम्बर तक चलेगी. प्रतियोगिता में बल की 11 फ्रंटियर की टीमें भाग ले रही है. इसमें बल के 700 अधिकारी व जवान भाग ले रहे हैं. प्रतियोगिता में मुख्य रूप से 81 एमएम मोर्टार व 7.62 एमएम की मशीनगन का प्रदर्शन किया जा रहा है. सीमा सुरक्षा बल की ओर से आयोजित देश के प्रतिष्ठित और अपनी विशिष्ट पहचान बना चुकी अंतर सीमान्त सपोर्ट वेपन शूटिंग प्रतियोगिता का महत्व इस बार इसलिए भी ज्यादा है भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट किशनगढ़ क्षेत्र दिनभर बल के जवानों की ओर से की गई गोलीबारी और धमाकों से थर्राता उठा है.
उद्घाटन के मौके पर डीआईजी विक्रम कुंवर ने इस विशेष प्रतियोगिता की अहमियत के बारे में बताया. इसके माध्यम से जवानों को अपने युद्धकौशल में निपुणता हासिल करने का एक बेहतरीन अवसर व माध्यम मिलता है. उन्होंने सभी प्रतिभागियों को सम्पूर्ण समर्पण की भावना से इस प्रतियोगिता में भाग लेने तथा बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने युद्ध के दौरान सीमा सुरक्षा बल के सपोर्ट वेपन व तोपखाने के महत्व को बताया. सभी प्रतिभागियों को प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए उनकी हौसला अफजाई की.