नई दिल्लीः भारत ने ग्लोबल पॉल्यूशन रैंकिंग को पीछे धकेला दिया है. एयर क्वालिटी स्टैंडर्ड्स का हवाला दिया गया है. भारत के पर्यावरण मंत्रालय ने संसद में जानकारी दी. कहा कि ग्लोबल एयर पॉल्यूशन रैंकिंग जारी नहीं की जाती. किसी भी ऑफिशियल अथॉरिटी द्वारा जारी नहीं की जाती. WHO की एयर क्वालिटी गाइडलाइंस सलाह देने वाली,ज़रूरी नहीं है.
देश स्थानीय हालात के आधार पर अपने स्टैंडर्ड तय करते हैं. भारत पहले से ही अपने NAAQS को फॉलो करता है. अनऑफिशियल ग्लोबल इंडेक्स पर निर्भरता के बजाय भारत में NCAP, NCAP शहरों को इवैल्यूएट,रैंकिंग के लिए सालाना स्वच्छ वायु सर्वे करता है.