मुंबई: भारत की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा ने महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के शुरुआती सत्र में ज्यादातर विदेशी खिलाड़ियों को टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी देने पर निराशा जताते हुए कहा कि सक्षम भारतीय खिलाड़ियों को यह जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए थी.
अंजुम ने एक ऑनलाइन मीडिया सत्र में कहा कि मुझे यह पसंद नहीं आया कि अधिकांश टीमों ने विदेशी खिलाड़ियों को कप्तान के रूप में चुना है. यह एक भारतीय लीग है और भारतीय परिस्थितियों में खेली जाएगी. ऐसे में अगर भारतीय खिलाड़ियों के पास क्षमता है तो उन्हें कप्तान होना चाहिए था.
महिला टी20 चैलेंज में टीम का नेतृत्व किया था:
मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने क्रमशः हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना के रूप में भारतीय खिलाड़ियों को कप्तान बनाया है अन्य टीम ने नेतृत्व के लिए ऑस्ट्रेलिया की खिलाड़ियों पर भरोसा किया है. इसमें मेग लैनिंग (दिल्ली कैपिटल्स), बेथ मूनी (गुजरात जाइंट्स) और एलिसा हीली (यूपी वॉरियर्स) कप्तान की भूमिका में होंगी. अंजुम ने कहा कि मेरा मानना है कि दीप्ति शर्मा (यूपी वॉरियर्स) को कप्तान बनाया जाना चाहिए था. उसने महिला टी20 चैलेंज में टीम का नेतृत्व किया था.
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की तरह कप्तानी की क्षमता नहीं:
अंजुम ने हालांकि इस बात पर सहमति जताई कि छह बार की टी20 विश्व कप विजेता ऑस्ट्रेलिया के पास भारतीयों की तुलना में अधिक अनुभवी खिलाड़ी हैं. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी विश्व चैंपियन हैं और उनके पास अपने देश में टीमों का नेतृत्व करने का अनुभव है. मैं उनके (ऑस्ट्रेलिया की खिलाड़ी) अनुभव (अंतरराष्ट्रीय स्तर पर) से पूरी तरह सहमत हूं. इसलिए मेग लैनिंग के रहते जेमिमा रोड्रिग्स को कप्तान नहीं बनाया जा सकता. अगर इस मामले में बड़ी तस्वीर देखी जाये तो भारतीय खिलाड़ियों के पास ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की तरह कप्तानी की क्षमता नहीं है.
कंधे से कंधा मिलाने का मौका मिलेगा:
उन्होंने कहा कि यह भारतीय खिलाड़ियों के लिए हमेशा से चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि आप भारत में फ्रेंचाइजी आधारित टूर्नामेंट खेल रहे है. अंजुम ने कहा कि यह घरेलू खिलाड़ियों के लिए इस खेल के दिग्गजों के साथ खेलने के मामले में अच्छा मौका होगा. उन्होंने कहा कि मैं इस लीग से जो बड़ी तस्वीर देख रही हूं, वह अंडर-19 खिलाड़ियों को लेकर है. यह खिलाड़ी अंडर-19 विश्व कप जीतकर फ्रेंचाइजी क्रिकेट में खेलेंगे, जहां उन्हें मेग लैनिंग, बेथ मूनी और हरमनप्रीत कौर जैसे खिलाड़ियों के साथ कंधे से कंधा मिलाने का मौका मिलेगा.
बेहतर क्रिकेटर बनने को लेकर है:
इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि उनके लिए यह बड़ी बात होगी. हमें देखना होगा कि भारतीय घरेलू खिलाड़ी कैसा प्रदर्शन करते हैं, हम विदेशी खिलाड़ियों को जानते हैं, लेकिन हमें भारतीय घरेलू खिलाड़ियों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. अंजुम का मानना है कि डब्ल्यूपीएल से भारतीय महिला क्रिकेट में बड़ा बदलाव आयेगा. उन्होंने कहा कि इसका लंबे समय से इंतजार था लेकिन आखिरकार लीग शुरू हो गयी. यह ऑस्ट्रेलिया को हराने की तैयारी के बारे में नहीं है. यह बेहतर क्रिकेटर बनने को लेकर है. सोर्स-भाषा