इंदौर: फार्मास्युटिकल उद्योग, मार्केटिंग कंपनी और मेडिकल इंडस्ट्री के लिए ख़ास इंडियन फार्मा फेयर होने जा रहा है. इंडियन फार्मा मीडिया के द्वारा इंडियन फार्मा फेयर (आईएफएफ) 2024 के दसवें संस्करण का आयोजन 15 से 16 मार्च 2024 तक शेरेटन ग्रांड पैलेस में होगा. फार्मास्युटिकल उद्योग, मार्केटिंग कंपनी और मेडिकल इंडस्ट्री के चिर परिचित लोगों की उपस्थिति में होगा, यह फार्मास्युटिकल उद्योग इंडस्ट्री कि सबसे बड़ी बी2बी प्रदर्शनी होगी.
आईएफएफ एक प्रमुख व्यापार शो है जो फार्मास्युटिकल कंपनियों, फार्मा थर्ड पार्टी, कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग और पीसीडी , फार्मा फ्रेंचाइजी को और वितरकों को नवीनतम, नवीन उत्पाद और सेवाएँ प्रदान करता है. यह मेला फार्मा पेशेवरों और उद्योग भागीदारों के लिए है. इंडियन फार्मा फेयर बिजनेस के लिए एक फार्मा बिजनेस प्लेटफॉर्म है. इस कार्यक्रम में जेनेरिक दवा निर्माताओं से लेकर आयुर्वेदिक और हर्बल दवा, सौंदर्य प्रसाधन, तकनीकी विकास इत्यादि पर ख़ास तौर पर ध्यान दिया जाएगा.
इस फार्मा फेयर में देश भर से फार्मास्युटिकल उद्योग , मार्केटिंग कंपनी और मेडिकल इंडस्ट्री के जाने माने दिग्गज कंपनी के साथ ग्राहक, व्यवसायों और उनकी बिक्री जैसी तमाम महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपने अनुभवों को साझा करेंगे. आईएफएफ के महाप्रबंधक बी एस भंडारी ने कहा कि यह प्रदर्शनी भारत में फार्मास्युटिकल उद्योग के विस्तार पर केंद्रित होगी, ज्यादातर थर्ड पार्टी मैन्युफैक्चरिंग, पीसीडी/फ्रैंचाइज़ी के माध्यम से आयोजित यह कार्यक्रम इतने बड़े पैमाने पर देश में दसवीं बार और इंदौर में पहली बार आयोजित किया जा रहा है, इस फार्मास्युटिकल मेले में पूरे भारत से कारोबारियों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है.
इससे न केवल आगंतुकों को उत्पादों उनके आपूर्तिकर्ताओं का पता लगाने में मदद मिलेगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में भी काफी मदद मिलेगी. फार्मास्युटिकल उद्योग भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाले उद्योगों में से एक है. इस क्षमता का पूरी तरह से दोहन करने के लिए, देश को दवा निर्माण के अपने स्रोतों में विविधता लाने और लागत-प्रभावशीलता, वैकल्पिक चिकित्सा, नैदानिक परिणाम और रोगी-केंद्रित परिधि पर ध्यान केंद्रित करके के लिए एक मजबूत मूल्य प्रस्ताव तैयार करने की आवश्यकता है.
भारतीय फर्मा मेला भारतीय स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को एक छत के नीचे लाएगा जोकि भारत की चिकित्सा क्षमताओं का प्रदर्शन करेगा और भारत में स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को अपनी सेवाओं को बढ़ावा देने के अवसर पैदा करेगा. मुझे उम्मीद है कि 2024 में आयोजित हो रहा फर्मा मेला भारतीय फार्मास्युटिकल में मील का पत्थर साबित होगा. आईएफएफ के नेतृत्व में इंदौर फार्मास्युटिकल उद्योगों की इस विकास गाथा में एक बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार है. इस दो दिवसीय कार्यक्रम में 7000-8000 से अधिक कॉर्पोरेट शख्सियत के भाग लेने की उम्मीद है.