बाड़मेर: भारत और पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सटे बाड़मेर जिले में पुलिस इंटेलिजेंस की टीम ने बड़ी कार्यवाही करते हुए चार लोगों को हिरासत में लिया है और जिनसे एटीएस, एसओजी सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही है. ऐसी बात सामने आई है कि इनके पड़ोसी देश पाकिस्तान से संपर्क हैं और यहां की खुफिया जानकारी भी पाकिस्तान को मुहैया करवाते थे लेकिन अभी तक यह बात पूरी तरीके से स्पष्ट नहीं हो पाई है और इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां जांच पड़ताल कर रही है.
विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि बाड़मेर जिले के शिव क्षेत्र निवासी करीब 50 वर्षीय एक व्यक्ति को इंटेलिजेंस जयपुर पुलिस ने पकड़ा है जो पाकिस्तानी एजेंसियों के लिए जासूसी करता था और यहां पर नए जासूस तैयार करने का काम करता था और वह व्यक्ति कई बार पाकिस्तान भी जा चुका है और कुछ लोगों के पासपोर्ट भी बनाने का काम उसने किया है. इसके अलावा तीन अन्य संदिग्ध लोगों को सीमावर्ती क्षेत्रों से पकड़ा है. फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां सभी से पूछताछ कर रही है. इसके अलावा बाड़मेर पुलिस ने एक और बड़ी कार्यवाही को अंजाम देते हुए एक नकबजनी की बड़ी गैंग का पर्दाफाश किया है और करीब 37 लाख रुपए बरामद कर एक पिस्टल व चार जिंदा कारतूस भी बरामद की है.
एक किसान के घर नकबजनी की घटना हुई थी:
बाड़मेर एसपी दिगंत आनन्द ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि बीते दिनों बाड़मेर के धनाऊ थाना क्षेत्र के दिनगढ़ गांव में एक किसान के घर नकबजनी की घटना हुई थी जिसमें 42 लाख रुपए की चोरी की गई थी जिस पर हमारी पुलिस की दो अलग-अलग टीमों का गठन किया गया और उसने एक नकबजनी की गैंग का पर्दाफाश किया है. यह गैंग अब तक जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में कई नकबजनी की घटनाओं को अंजाम दे चुकी है और इस गैंग से 37 लाख रुपए बरामद किए हैं. फिलहाल पूरे मामले को लेकर पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है गौरतलब है कि इस गैंग में तीन सगे भाई भी शामिल है.