IOCL के वितरक अब बेचेंगे च्यवनप्राश और शहद, HPCL के वितरक बेचेंगे अमूल का दूध, दही व आइसक्रीम ! जानिए क्या है पूरा मामला

जयपुर: अगले कुछ दिनों में गैस एजेंसी और पेट्रोल पंप पर सेल्समैन और डिलीवरी मैन चवनप्राश, शहद, दूध, दही, घी और आइसक्रीम बेचते नजर आए तो कोई अचंभा मत कीजिएगा. तेल कंपनियों के अजीबोगरीब फरमान के चलते इन दिनों गैस वितरकों में आक्रोश पनप गया है. इंडियन ऑयल और एचपीसीएल दो अलग-अलग कंपनियों से अनुबंध किया है और इन दोनों कंपनियों के उत्पादों को वितरकों द्वारा बेचे जाने का अनोखा फरमान जारी कर दिया है. 

दरअसल, इंडियन ऑयल ने डाबर इंडिया लिमिटेड के साथ करार किया है जबकि एचपीसीएल ने अमूल के साथ करार किया है. इंडियन ऑयल ने अपने गैस वितरकों को आदेश जारी कर कहा है कि वह जल्द ही फूड लाइसेंस प्राप्त कर लें ताकि डाबर और अमूल के उत्पाद बेचे जा सकें. वितरकों को मार्केटिंग डिसिप्लिन गाइडलइन यानी एमडीजी का डर दिखाकर उन पर दबाव बनाया जा रहा है. दरअसल, एमडीजी के तहत वितरकों के कमीशन पर 50 फीसदी तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. इस मामले में एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष दीपक सिंह गहलोत में विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि गैस वितरक किस तरह से डाबर या अमूल के उत्पाद बेच सकते हैं ? 

गहलोत का कहना है कि न तो गैस वितरकों को इस तरह का कोई अनुभव है नहीं इसकी कोई उपयोगिता है. एमडीजी एक्ट का हवाला देकर गैस वितरकों पर बेजा दबाव बनाया जा रहा है. इस मामले में गैस डिस्ट्रीब्यूटर फेडरेशन के चंद्र प्रकाश का कहना है कि एफएसएसएआई की शर्तें गैस वितरक पूरी नहीं कर सकते. जबरदस्ती किसी तरह का आदेश नहीं थोपना चाहिए. भारत पेट्रोलियम ने पहले भी अन्य तेल कंपनियों के साथ एक उत्पाद बेचने का ऐसा फल तजुर्बा कर चुकी है, कामयाब नहीं हो पाई. वितरकों को लाखों का नुकसान हुआ है.

 

IOCL के वितरक अब बेचेंगे च्यवनप्राश और शहद !

- जबकि HPCL के वितरक बेचेंगे अमूल का दूध, दही व आइसक्रीम
- IOCL ने डाबर के साथ किया विपणन का करार
- जो HPCL ने किया अमूल के साथ अनुबंध
- दोनों तेल कंपनियां अपने वितरकों पर बना रही दबाव
- MDG (Marketing discipline guideline) के चलते वितरकों पर दबाव
- दोनों कंपनियों ने अपने वितरकों से FSSAI के लाइसेंस आवेदन को कहा
- प्रत्येक वितरक को अनिवार्य रूप से आवेदन करने के निर्देश
- तेल कंपनियों के इन आदेशों के बाद गैस वितरकों में विरोध के स्वर
- पेट्रोल-डीजल व गैस के वितरक आखिर कैसे बेचेंगे डाबर व अमूल के प्रोडक्ट ?
- पूरे मामले में तेल कंपनियों की नीति के खिलाफ वितरक हो रहे लामबंद