चेन्नई: चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने गेंदबाजों को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी मैचों में नोबॉल और वाइड की संख्या में कटौती करने की कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वे विरोधी टीम को इस तरह से आसानी से रन देते रहे तो फिर उन्हें नए कप्तान के नेतृत्व में खेलना होगा.
धोनी की यह चेतावनी चेन्नई सुपर किंग्स की सोमवार को लखनऊ सुपरजाइंट्स के खिलाफ 12 रन की जीत के बाद आई है. यह विकेटकीपर बल्लेबाज इस बात से नाखुश था कि उनके गेंदबाजों ने इस मैच में तीन नोबॉल और 13 वाइड की जिससे लखनऊ 218 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सात विकेट पर 205 रन तक पहुंचने में सफल रहा.
चेन्नई की टीम ने मौजूदा चैंपियन गुजरात टाइटंस के खिलाफ अपने पहले मैच में चार वाइड और दो नोबॉल की थी. धोनी की टीम उस मैच में पांच विकेट से हार गई थी. युवा तेज गेंदबाज राजवर्धन हैंगारगेकर ने उस मैच में तीन वाइड और एक नोबॉल की थी. सोमवार को उन्होंने लखनऊ के खिलाफ तीन वाइड की. चेन्नई के एक अन्य तेज गेंदबाज तुषार देशपांडे ने सोमवार को दो विकेट लिए लेकिन इस बीच उन्होंने चार वाइड और तीन नोबॉल की. अनुभवी तेज गेंदबाज दीपक चाहर ने भी सोमवार को वाइड के जरिए पांच अतिरिक्त रन दिए.
उन्हें एक भी नोबॉल नहीं करनी होगी और कम वाइड करनी होंगी:
धोनी ने मैच के बाद कहा कि उन्हें एक भी नोबॉल नहीं करनी होगी और कम वाइड करनी होंगी. हम बहुत अधिक अतिरिक्त गेंदे कर रहे हैं और हमें उनमें कटौती करने की जरूरत है अन्यथा उन्हें नए कप्तान के नेतृत्व में खेलना होगा. धोनी ने कहा कि वह चेपक की पिच को देख कर हैरान थे जिसमें सोमवार को ढेर सारे रन बने. उन्होंने कहा कि यह शानदार मैच था जिसमें ढेर सारे रन बने. हम सभी सोच रहे थे कि विकेट कैसा होगा. हमें इसका अंदेशा था. इस मैच में काफी रन बने. कुल मिलाकर यहां पांच या छह साल में मैच खेला गया और स्टेडियम खचाखच भरा था. यह शानदार मैच रहा.
गेंदबाज सटीक प्रदर्शन नहीं कर सके जिसका खामियाजा उनकी टीम को भुगतना पड़ा:
धोनी ने कहा कि मुझे लगा था पिच धीमी होगी. यह ऐसा विकेट होगा जिसमें आप रन बना सकते हो लेकिन यह धीमा भी होगा. हमें देखना होगा कि अगले छह घरेलू मैचों में पिच कैसा व्यवहार करती है लेकिन उम्मीद है कि यहां हम अच्छा स्कोर बनाएंगे. लखनऊ सुपर जाइंट्स के कप्तान के एल राहुल ने कहा कि गेंदबाज सटीक प्रदर्शन नहीं कर सके जिसका खामियाजा उनकी टीम को भुगतना पड़ा.
टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनने के बाद शुरूआत आदर्श नहीं रही:
राहुल ने कहा कि टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनने के बाद शुरूआत आदर्श नहीं रही. गेंदबाजों को पिच से मदद मिल रही थी लेकिन वे सही दिशा में गेंदबाजी नहीं कर सके. विरोधी टीम में जब बेहतरीन बल्लेबाज हों तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है. डेवोन कॉनवे और रूतुराज ने बेहतरीन बल्लेबाजी की लेकिन हमें इस हार से सबक लेकर आगे बढना होगा. उन्होंने कहा कि छह ओवर में 70 रन देना हमें काफी महंगा पड़ा. मैं हार का कोई एक कारण नहीं बता सकता लेकिन मैच में हमने मौके नहीं भुनाये और मैच हमारे हाथ से फिसल गया. सोर्स- भाषा