यह सर्वविदित है कि लखनऊ पहले ‘लक्ष्मण नगरी’ थी- ब्रजेश पाठक

भदोही: लखनऊ का नाम ‘लखनपुर’ या ‘लक्ष्मणपुर’ करने की मांग के बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बुधवार को कहा कि यह सर्वविदित है कि पहले यह शहर 'लक्ष्मण नगरी' था और अब जैसी स्थिति होगी उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण करने के लिए यहां आये पाठक ने गौतम अडानी समूह की संपत्ति में वृद्धि को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी हमला किया.

लखनऊ का नाम बदलने की मांग के बारे में पूछे जाने पर पाठक ने संवाददाताओं से कहा, "यह सर्वविदित है कि पहले लखनऊ 'लक्ष्मण नगरी' थी. अब जैसी स्थिति होगी हम आगे बढ़ेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार नाम बदलने को आगे बढ़ाएगी, पाठक ने कहा, "हम आप सभी को इसके बारे में बताएंगे. भाजपा के प्रतापगढ़ सांसद संगमलाल गुप्ता ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर लखनऊ का नाम बदलकर "लखनपुर या लक्ष्मणपुर" करने की मांग की थी और कहा था कि 18वीं शताब्दी में नवाब आसफुद्दौला ने इसका नाम बदलकर लखनऊ कर दिया था. भाजपा सांसद ने पत्र में कहा था कि भगवान राम ने भाई लक्ष्मण को यह शहर दिया था और इसे पहले लखनपुर या लक्ष्मणपुर के नाम से जाना जाता था. कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस बयान कि 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद व्यवसायी गौतम अडानी के व्यावसायिक भाग्य और व्यक्तिगत संपत्ति में भारी वृद्धि हुई, के बारे में पूछे जाने पर पाठक ने कहा उनका "मानसिक संतुलन" पूरी तरह बिगड़ चुका है.

मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान राहुल गांधी ने यह बयान दिया था. पाठक ने कहा, 'जब भी कांग्रेस की सरकारें थीं, सैकड़ों घोटाले हुए . कांग्रेस पार्टी ने अपने परिवार को आगे बढ़ाने का काम किया हैं .' भाजपा के करीब आ रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने गाजीपुर जिले का नाम महर्षि विश्वामित्र के नाम पर रखने की मांग दोहराई है . पार्टी नेता अरूण राजभर ने ट्विटर पर यह मांग दोहरायी और 2017 में पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर द्वारा इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा गया एक पत्र भी पोस्ट किया. सोर्स- भाषा