BCCI Contract: रविंद्र जडेजा ए प्लस’ में शामिल, केएल राहुल और भुवनेश्वर बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध से बाहर

नई दिल्ली: स्टार आल राउंडर रविंद्र जडेजा को अपने शानदार प्रदर्शन का पुरस्कार बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध के एलीट ग्रेड ‘ए प्लस’ में प्रवेश कर मिला जबकि अक्षर पटेल को भी ‘ए’ ग्रेड में शामिल किया गया.

आस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी में संयुक्त ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ रहे 34 वर्षीय जडेजा ‘ए प्लस’ वर्ग में शामिल चार खिलाड़ियों में से एक हैं जिसमें कप्तान रोहित शर्मा, पूर्व कप्तान विराट कोहली और चोटिल तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह मौजूद हैं.

अब राष्ट्रीय टीम में उनकी जरूरत नहीं होगी:
बीसीसीआई ने रविवार को अपने सालाना अनुबंध की घोषणा की. शीर्ष क्रम के बल्लेबाज केएल राहुल को लगातार खराब प्रदर्शन के कारण ‘ग्रेड बी’ में खिसका दिया गया. बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) ने चार ग्रुप - ‘ए प्लस’ (सात करोड़ रुपये), ‘ए’ (पांच करोड़ रुपये), ‘बी’ (तीन करोड़ रुपये) और ‘सी’ (एक करोड़ रुपये) - में 26 क्रिकेटरों को ‘रिटेनरशिप’ सौंपी. तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार, अजिंक्य रहाणे और ईशांत शर्मा को अनुबंध नहीं मिला. इस अनुभवी तिकड़ी को अनुबंध सूची से बाहर किये जाने से संकेत मिलता है कि अब राष्ट्रीय टीम में उनकी जरूरत नहीं होगी.

केएस भरत को भी पहली बार केंद्रीय अनुबंध में जगह मिली:
स्पिन आल राउंडर अक्षर काफी खुश होंगे जिन्हें ‘ए’ वर्ग में प्रोमोट किया गया जबकि विकेटकीपर बल्लेबाज केएस भरत को भी पहली बार केंद्रीय अनुबंध में जगह मिली, उन्हें ग्रुप ‘सी’ में शामिल किया गया. स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पिछले साल दिसंबर में कार दुर्घटना में लगी चोटों का उपचार कराने के बाद उबरने की प्रक्रिया में हैं, वह ‘ए’ वर्ग में बरकरार हैं जिसमें हार्दिक पंड्या, रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद शमी शामिल हैं. ग्रुप ‘बी’ में छह क्रिकेटर शामिल हैं जिसमें चेतेश्वर पुजारा, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, मोहम्मद सिराज, सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल मौजूद हैं.

तीनों से एक प्रारूप में के लिए विचार किया जाता: 
ग्रुप ‘सी’ में 11 क्रिकेटर उमेश यादव, शिखर धवन, शार्दुल ठाकुर, ईशान किशन, दीपक हुड्डा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, वाशिंगटन सुंदर, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह क अलावा भरत शामिल हैं. एलीट ‘ए प्लस’ वर्ग में ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो सभी तीन प्रारूपों में निश्चित उम्मीदवार होते हैं जबकि ‘ए’ वर्ग में ऐसे क्रिकेटर होते हैं जो टेस्ट और वनडे के लिये निश्चित होते हैं. वहीं ग्रुप बी में ऐसे खिलाड़ी होते हैं जिनका सीमित ओवर के क्रिकेट के लिए विचार किया जाता है जबकि ग्रुप ‘सी’ के खिलाड़ियों को आमतौर पर नियमित रूप से तीनों से एक प्रारूप में के लिए विचार किया जाता है. सोर्स-भाषा