सीकर: जयपुर के हरमाड़ा में कल हुए भीषण सड़क हादसे ने सीकर जिले को भी गहरा जख्म दिया है. हादसे में अजीतगढ़ के ग्राम सिपुर के दो सगे भाई व एक 5 वर्षीय बालिका भी काल का ग्रास बन गए वही बालिका की बड़ी बहन गंभीर हालत में जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही है. आज तीनों के शव गांव लाए गए तो घर पहुंचते ही कोहराम मच गया. धार्मिक रीति रिवाजों के बाद गमगीन माहौल में दोनों भाइयों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया.
5 वर्षीय बालिका का दूसरी चिता पर अंतिम संस्कार किया गया. एक साथ तीन अर्थियों पर हृदय विद्यारक माहौल से हर किसी की आंखे नम हो गई. क्रूर हादसे ने बुजुर्ग भागीरथ के हंसते खेलते परिवार को तबाह कर दिया. अंतिम यात्रा में अजीतगढ़ पंचायत समिति प्रधान शंकर लाल यादव, पूर्व सरपंच जगदीश गुर्जर सहित आसपास के गांवों के हजारों लोग रहे मौजूद थे. कानून व्यवस्था के लिए अजीतगढ़ थाना प्रभारी प्रदीप शर्मा सहित थोई, अजीतगढ़, श्रीमाधोपुर पुलिस जाप्ता व आरएससी जाप्ता भी मौजूद रहा.
आपको बता दें कि सोमवार को जयपुर के हरमाड़ा में हुए हादसे में सीपुर निवासी सगे भाई दशरथ बुनकर (40), महेंद्र बुनकर(38) तथा दशरथ की 5 वर्षीय पुत्री भानु की मौत हो गई थी. वहीं दशरथ की 19 वर्षीय पुत्री का गंभीर हालत में ट्रॉमा वार्ड में उपचार चल रहा है. परिवार की आर्थिक हालत दयनीय होने पर दोनों भाई जयपुर में काम धंधा शुरू किया था. महेंद्र बिजली फिटिंग का कार्य करता था तथा दशरथ चिनाई का कार्य करता था. अपनी मेहनत से जयपुर में मकान बना लिया था जिसमें महेंद्र का परिवार रहता था. दशरथ की बेटियां वर्षा, भानु चाचा चाची के पास आई थी. उनको गांव की बस में बैठाने के लिए दोनों भाई आए थे इसी दौरान तेज रफ्तार डंपर ने उनको कुचल दिया.
गौरतलब है कि जयपुर के हरमाड़ा इलाके में हुआ सड़क हादसे ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया. ये महज एक हादसा नहीं, बल्कि एक परिवार सहित कई घरों को उजाड़ देने वाली सामूहिक त्रासदी बन गई. इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद अब डंपर चालक कल्याण मीणा के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. दिगप्रताप सिंह की शिकायत पर हरमाड़ा थाने में मामला दर्ज हुआ. गैर इरादतन हत्या की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है. हरमाड़ा थानाप्रभारी उदय सिंह को मामले की जांच सौंपी गई है. शराब के नशे में मिले डंपर ड्राइवर को लोगों ने मौके पर ही पकड़ लिया. चालक शराब पी कर डंपर चला रहा था. बता दें कि ये हादसा इतना खतरनाक था कि कई मृतकों के अंग शरीर से अलग हो गए.