जयपुरः राजस्थान में सर्दी के तेवर पिछले कई दिनों से लगातार तीखे बने हुए है. तापमान के गिरते पारे ने सर्दी और बढ़ा दी है. हाड़ कंपाने वाली सर्दी ने गलन पैदा कर दी है. जिससे लोगों को मजबूरन घर में कैद होकर अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है. इसके साथ ही घने कोहरे के आगोश में प्रदेश लिपटा नजर आ रहा है.
गुलाबी नगरी घेन कोहरे के आगोश में लिपटी दिख रही है. कोहरे की चादर ने विजिबिलिटी को शून्य के बराबर कर दिया है. अल सुबह राजधानी में कोहरे के कारण दृश्यता बिल्कुल कम रही. सर्द हवाओं के कारण पारे में भी कमी आई है. बंगाल की नमी वाली हवा और साफ आसमान से छा रहा कोहरे के अगले 3 दिन तक बने रहने के आसार है. कोहरे के कारण वाहन चालकों को भी खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कोहरा कम होने पर 7 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखना शुरू होगा.
धोरों की धरा जैसलमेर में भी सर्दी का थर्ड डिग्री टार्चर जारी है. तेज सर्द हवाओं के चलते तापमान में गिरावट का दौर जारी है. पिछले तीन दिनों से कड़ाके की सर्दी ने आमजन की धूजणी छुड़ा दी है. आसमान में छाए कोहरे से विजिबिलिटी भी कम हुई है. यही कारण है कि सड़कों पर रेंग-रेंग कर वाहन चल रहे है. इतना ही नहीं सड़कों पर चलने वाले मुसाफिरों को भी परेशानी हो रही है. आमजन अलाव जलाकर सर्दी से बचने का जतन कर रहा है. सरहदी जिले जैसलमेर के चाधन व नाचना सहित नहरी इलाके सबसे ज्यादा सर्दी का मौसम देखने को मिला.
डीडवाना में आज भी घना कोहरा छाया हुआ है. घने कोहरे के साथ चल रही शीतलहर ने जनजीवन प्रभावित किया है. शीतलहर ने आमजन की धूजणी छुड़ा दी है. कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे है. वहीं किसानों के लिहाज से लगातार छा रहा कोहरा कुछ फसलों के लिए फायदेमंद है.
सीकर भी कोहरे की चादर में लिपटा नजर आ रहा है. कोहरे के साथ शीतलहर ने आमजन की धूजणी छुड़ाई है. फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री दर्ज किया गया. कोहरे के चलते रेलवे और सड़क यातायात धीमा हुआ है.