जयपुर: कांग्रेस की मेयर मुनेश गुर्जर (Mayor Munesh Gurjar) के पति सुशील गुर्जर को एसीबी (ACB) द्वारा रिश्वत कांड में ट्रैप के बाद महापौर को निलंबित कर दिया गया है. स्वायत्त शासन विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं. ऐसे में अब नसरीम बानो कार्यवाहक मेयर हो सकती हैं ! कार्यवाहक मेयर की घोषणा आज ही होने की संभावना जताई जा रही है. कार्यवाहक महापौर के नाम को लेकर काउंटडाउन शुरू हो गया है.
वहीं इस पूरे प्रकरण पर मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मेयर को लोगों का भला करने के लिए बनाया था, चोरी करने के लिए नहीं. इनके खिलाफ भ्रष्टाचार की लगातार शिकायतें मिल रही थी. वहीं निलंबन के बाद अब मेयर की भूमिका को लेकर भी जांच की जा रही है. दूसरी ओर मेयर के पति गुर्जर ने अपने पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर खुद को बेगुनाह बताते हुए बिना नाम लिए कांग्रेस के एक बड़े नेता पर आरोप लगाया है.
कांग्रेस के एक बड़े नेता के इशारे पर मुझे फंसाने की साजिश की गई:
मेयर पति ने कहा कि कांग्रेस के एक बड़े नेता के इशारे पर मुझे फंसाने की साजिश की गई है. लेकिन मैं इससे डरने वाला नहीं हूं. इससे पहले आरोपी सुशील गुर्जर को शनिवार को टीम ने एसीबी कोर्ट में पेश किया. जहां से उन्हें 2 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया है. इसके अलावा शनिवार को एसीबी की टीम ने सुशील गुर्जर और दो अन्य दलालों को आमने-सामने बिठाकर काफी देर तक पूछताछ भी की.
क्या है मामला:
बता दें कि शुक्रवार शाम ACB की टीम ने पट्टा जारी करने की एवज में 2 लाख रुपए मांगे जाने पर मेयर के पति सुशील गुर्जर और दो दलाल नारायण सिंह और अनिल दुबे को गिरफ्तार किया था. उसके बाद मेयर के घर सर्च में 41 लाख रुपए नकद मिले थे. इसके बाद ACB की टीम इस पूरे मामले को लेकर अब नगर निगम की पुरानी फाइलों की जांच कर रही है.