जयपुर: महारानी कॉलेज के छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन कार्यक्रम में जमकर छात्रगुटों में लात घूसे चलते रहे आधे घंटे तक चले इस लात घूसे के ड्रामे में 2 हजार से ज्यादा की तादाद में पहुची छात्राएं पूरी तरह से सहमी हुई नजर आई. दरअसल, ये सारा घटनाक्रम केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत सहित आरएसएस के जयपुर प्रांत प्रचारक और कुलपति की मौजूदगी में घटित हुआ.
महारानी महाविद्यालय में छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन कार्यक्रम जारी था कार्यक्रम समापन की ओर से था. राजस्थान विवि के कुलपति राजीव जैन अपना समापन संबधोन दे रहे थे. इसी दौरान राजस्थान विवि के अध्यक्ष निर्मल चौधरी अपने समर्थकों के साथ महारानी कॉलेज पहुंचे. जैसे ही निर्मल चौधरी मंच पर पहुंचे छात्राएं उत्साहित हो गई थी. निर्मल चौधरी छात्राओं की तरफ हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार कर रहे थे. उसी वक्त महासचिव अरविन्द जाजड़ा मंच पर आए और निर्मल चौधरी को पीछे से थप्पड जड दिया और मंच से धक्का दे दिया उसी वक्त निर्मल चौधरी के समर्थक मंच पर चढ़े और महासचिव अरविन्द जाजड़ा की जमकर पिटाई लगा दी. यहीं नहीं महासचिव अरविन्द जाज़डा के साथ मौजूद समर्थकों को भी पीटा. ये घटनाक्रम देखकर मंच पर सभी अतिथियों को पुलिस अपनी सुरक्षा में बाहर लेकर गई. उसके बाद पुलिस ने दोनों ही छात्र नेताओं के समर्थकों को शांत किया.
वहां मौजूद हजारों की संख्या में छात्राएं सहम गई:
महारानी महाविद्यालय के छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन में ये सब नजारा देख वहां मौजूद हजारों की संख्या में छात्राएं सहम गई. यहां तक की महारानी कॉलेज की छात्रसंघ पदाधिकारी भी रोने लग गई. बाद में पुलिस प्रशासन को स्थिती को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस जाब्ता बुलाना पड़ा. यहां तक की कार्यक्रम में मशहूर पंजाब सिंगर अखिल को भी बुलाया गया लेकिन जैसे ही ये सूचना उन तक पहंचे वो भी कार्यक्रम में समय पर नहीं पहुंचे लेकिन जैसे तैसे पुलिस की मौजूदगी में कार्यक्रम फिर शुरू हुआ. कुछ देर के लिए पजाबी सिंगर अखिल पहुंचे और कुछ ही मिनट में वो वहां से निकल गए. करीब 4 घंटे तक छात्राओं ने जिस कार्यक्रम का सोचा था वो कार्यक्रम इस दंगल में समाप्त हो गया और छात्राए मायूस होकर अपने घरों की ओर से रवाना हो गई.
ये राजस्थान यूनिवर्सिटि के लिए काला अध्याय हो गया:
एशिया के सबसे बडे महिला कॉलेज में जिस तरह से मंच पर दो छात्रनेता भिडें ये राजस्थान यूनिवर्सिटि के लिए काला अध्याय हो गया. राजनीति में मतभेद हो सकते है लेकिन जो महरानी कॉलेज में हुआ उसकी सभी तरफ आलोचना की गई.