जयपुर: आज दूसरे दिन फिर जयपुर विकास प्राधिकरण का बुलडोजर गुर्जर की थड़ी स्थित 5 मंजिला अवैध इमारत के शेष हिस्से को गिराने के लिए चल रहा है. 3 साल से यह बिल्डिंग जेडीए एनफोर्समेंट विंग के निशाने पर थी. पेपरलीक प्रकरण में अधिगम कोचिंग की बिल्डिंग तोड़ने के बाद अब उसी के पास एक और अवैध निर्माण कर बनी बिल्डिंग ध्वस्त की जा रही है. ट्रिब्यूनल ने अवैध निर्माण हटाने के आदेश दिए थे. अवैध निर्माण बिना हटाए जेडीए द्वारा लगाई सील खुद खोली. इसलिए अधिगम कोचिंग के पास की 5 मंजिला बिल्डिंग ढेर की जा रही है. आपको बता दें कि 3 साल में शहर में 142 अवैध बिल्डिंग को सील किया गया है और 76 इमारतें ध्वस्त की गई है.
इससे पहले शुक्रवार को दिनभर चली कार्रवाई के दौरान इमारत का एक हिस्सा ही ढह पाया. जीरो सेटबैक पर अवैध रूप से बिना जेडीए की स्वीकृति के तहखाने व पांच मंजिल इमारत 296 वर्गगज में खड़ी की गई थी. यह इमारत जेडीए के निशाने पर तीन साल पहले ही आ गई थी. आपको सबसे पहले बताते हैं कि इन तीन सालों में किस तरह यह मामला चला...
- 24 फरवरी 2020 को जेडीए ने सुख विहार कॉलोनी के भूखण्ड संख्या-34 पर निर्माणाधीन इमारत को नोटिस दिया.
- यह नोटिस जेडीए की बिना स्वीकृति निर्माण करने और सेटबैक के उल्लंघन के लिए दिया गया.
- यहां आवासीय भूखंड पर बिना भू उपयोग परिर्वतन कराए व्यावसायिक इमारत खड़ी की गई.
- जेडीए के अवैध निर्माण के दिए नोटिस पर निर्माणकर्ता के जवाब को संतोषजनक नहीं माना गया.
- 13 जनवरी 2021 को जेडीए ने इमारत को सील कर दिया.
- 17 अक्टूबर 2022 को जेडीए अपीलीय अधिकरण ने इमारत को सील मुक्त करने के आदेश दिए.
- जेडीए अपीलीय अधिकरण के आदेश के मुताबिक 1 माह में निर्माणकर्ता को अवैध निर्माण हटाना था.
- अवैध निर्माण हटाने के लिए जेडीए के दिए दुबारा नोटिस का निर्माणकर्ता ने जवाब दिया.
- नोटिस को लेकर निर्माणकर्ता ने जेडीए अपीलीय अधिकरण में दुबारा अपील की.
- 13 जनवरी 2023 को जेडीए अपीलीय अधिकरण ने यह अपील खारिज कर दी.
जेडीए अपीलीय अधिकरण में प्रभावित पक्ष की अपील खारिज होने के बाद जेडीए का प्रवर्तन दस्ता आज अल सुबह 1 पोकलेन मशीन, 12 लोकण्डा, 06 हैमर, 03 ड्रील, 02 जेसीबी मशीनों, 02 गैस कटर व मजदूरों को लेकर मौके पर पहुंच गया. इसी इमारत से सटती इमारत को जेडीए ने इसी 9 जनवरी को जमींदोज किया था. इस इमारत में किराए पर चलने वाले अधिगम कोचिंग सेंटर को शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी भूपेन्द्र सहारण और सुरेश ढाका चलाते थे. आपको बताते हैं कि शुक्रवार को दिनभर किस तरह जेडीए का बुलडोजर इस अवैध इमारत पर चला...
- प्रात: करीब आठ बजे जेडीए ने जेसीबी मशीन व पोकलेन मशीन से तोड़फोड़ शुरू कर दी.
- प्रात: करीब साढ़े नौ बजे इमारत के एक हिस्से ढहा दिया गया.
- दूसरे हिस्से को गिराने के लिए पहले इमारत के फ्रंट में लगे पिल्लरों को तोड़ा गया.
- इमारत का शेष हिस्सा नहीं गिरने पर पिछले कोने से पोकलेन मशीन ने एक्शन शुरू किया.
- इसके बावजूद इमारत एक तरफ थोड़ी झुक गई लेकिन गिरी नहीं.
- इसके बाद दोपहर करीब डेढ़ बजे पोकलेन मशीन खराब हो गई.
- करीब दोपहर ढाई बजे फिर से पोकलेन मशीन ने एक्शन शुरू किया.
- शाम करीब साढ़े 4 बजे फिर मशीन खराब हो गई.
- शाम करीब पांच बजे फिर मशीन ने तोड़फोड़ शुरू कर दी.
- लेकिन सुबह साढ़े नौ से शाम छह बजे सूर्यास्त तक साढ़े आठ चली कार्रवाई में शेष हिस्सा ढह नहीं पाया.
इस अवैध इमारत का शेष हिस्सा गिराने के लिए जेडीए का दस्ता आज दुबारा कार्रवाई कर रहा है. झुकी हुई इमारत के गिरने की आशंका के चलते एहतियातन कार्रवाई खत्म होने के बाद भी जेडीए ने गोपालपुरा बाइपास स्थित एक तरफ का रास्ता और इमारत के बगल में गली में बेरिकेडिंग की है. ताकि वहां वाहन या राहगीरों की आवाजाही नहीं हो. साथ ही मौके पर सूचना बोर्ड व गार्ड भी तैनात किए गए है.