जयपुर: राजधानी जयपुर में अब बिगड़ी यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने के साथ ही ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी में पारदर्शिता लाने की कवायद तेज हो गई है. शहर में यातायात व्यवस्था को सुधारने की कवायद की दिशा में अब ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी ऑफिसर नहीं बल्कि कंप्यूटर लगाएगा. इसके लिए पुलिस कमिश्नर आनन्द श्रीवास्तव ने यादगार में ट्रैफिक पुलिस ड्यूटी मैनेजमेंट सिस्टम की लॉचिंग की.
राजधानी जयपुर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए कई बदलाव किए जा रहे है. इसी दिशा में शहर ट्रैफिक पुलिस ने नवाचार करते हुए अब ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाने की जिम्मेदारी कंप्यूटर पर छोड़ दी है. एक जुलाई से यादगार स्थित ट्रैफिक पुलिस के बेडे में शमिल तमाम पुलिसकर्मियों की तैनाती कंप्यूटर के जरिए होगी. पुलिस कमिशनर आनंद श्रीवास्तव ने यादगार में सॉफ्टवेयर की लॉचिंग की. नई व्यवस्था से पुलिसकर्मियों की ड्यूटी में पारदर्शिता भी रहेगी और किसी की सिफारिश भी नहीं चलेगी. इससे पुलिसकर्मियों को शहर के अलग-अलग पाइंट्स पर यातायात संचालन का अनुभव मिलेगा और यातायात व्यवस्था में भी सुधार होगा.
पुलिस कमिश्नर आनन्द श्रीवास्तव में मुताबिक इस सोफ्टवेयर से हर महीने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बदलती रहेगी..जिससे की ट्रैफिक के जवानों को केवल एक क्षेत्र नहीं बल्कि पूरे जयपुर में कार्य करने का अनुभव मिलेगा...क्योकि वर्तमान समय में जयपुर की सड़कों पर एक दिन में 600 नए वाहन निकलते है. लेकिन सड़कों का आकार उतना ही रहता है. ऐसे में इस नवाचार से यातायात व्यव्स्था को ओर भी बेहतर बनाया जाएगा.
प्रत्येक महिने की एक तारीख को ड्यूटी बदली जाएगी:
राजधानी में अब तक ट्रैफिक पुलिस के बेडे में शामिल तमाम पुलिसकर्मियों की तैनाती पुलिस अधिकारियों की ओर से की जाती थी. और इस संबंध में शिकायतें भी सामने आती थी. लेकिन अब राजधानी में तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी में इंसानी दखल बंद हो जाएगा. शहर के 391 ट्रैफिक पाइंट्स पर अब ड्यूटी कम्प्यूटर साफ्टवेयर के जरिए अलॉट की जाएगी. इसके लिए जयपुर शहर को तीन हिस्सों में बांटा गया है. यह वर्तमान में चल रही रोटेशन प्रणाली के तहत होगा. प्रत्येक महिने की एक तारीख को ड्यूटी बदली जाएगी. साथ ही जयपुर में वर्तमान में 70 पुलिस थाने है. ऐसे में हर थाना पुलिस को भी यह निर्देशित किया गया है की वो अपने-अपने इलाको में यातायात सुचारू करवाने के लिए ट्रैफिक पुलिस का साथ दे.
यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा:
राजधानी जयपुर में यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसे में हमे भी हमारी जिम्मेदारी समझनी होगी और यातायात नियमो का पालन करना होगा. जिससे की शहर के यातायात व्यवस्था सुचारू बनी रहे.
...सत्यनारायण शर्मा, फर्स्ट इंडिया न्यूज जयपुर