जयपुर Jaipur News: बदलेगी SMS के वार्डों की सूरत ! अब मरीजों को रोज मिलेगी अलग-अलग रंग की चद्दर, जानिए आखिर क्या है अस्पताल प्रशासन की ये नई कवायद

Jaipur News: बदलेगी SMS के वार्डों की सूरत ! अब मरीजों को रोज मिलेगी अलग-अलग रंग की चद्दर, जानिए आखिर क्या है अस्पताल प्रशासन की ये नई कवायद

जयपुर: प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल में भर्ती मरीजों को अब गंदगी और फटी चद्दरों की दिक्कतों से रूबरू नहीं होना पड़ेगा. अस्पताल प्रशासन रोजाना मरीजों के लिए साफ-सुथरी चद्दरें उपलब्ध कराएगा, जिसकी मॉनिटरिंग के लिए हर दिन के हिसाब से अलग-अलग रंग की चद्दरें लगाना तय किया गया है. इतना ही नहीं अस्पताल और वार्ड के बाथरूम के व्यवस्थित रखरखाव के लिए "सुलभ" की सेवाएं भी ली जाएगी. आखिर क्या है अस्पताल की ये नई कवायद और मरीजों को कितना मिलेगा फायदा, पढ़िए फर्स्ट इंडिया की एक्सक्लुसिव रिपोर्ट...

ये है सूबे का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित अस्पताल एसएमएस....रोजाना दस हजार मरीजों का ओपीडी....तीन हजार से अधिक मरीज हर समय रहते भर्ती...और इन भर्ती मरीजों के सामने दिक्कतों का बड़ा अम्बार.....किसी को वार्ड में चद्दर नहीं मिलती तो किसी मरीज के लिए फटी चद्दर पर ही उपचार करना मजबूरी है. इतना ही नहीं बाथरूम के हालात तो इतने चिंताजनक है कि एकबारगी मरीज-परिजनों के पांव ही थम जाए. खुद सूबे के मुख्यमंत्री जब अस्पताल में भर्ती हुए तब वार्ड के बदइंतजामों की पोल खुली. 

इसके बाद शुरू हुई इन बदइंतजामों को ग्रास रूट से सुधारने की कवायद, जिसके तहत अस्पताल प्रशासन ने कई तरह के नवाचार किए है. नए नवाचारों के तहत अब वार्ड में हर मरीज को साफ-सुथरी चद्दर मिले, इसे सुनिश्चित करने के लिए तय किया गया है कि रोजाना अलग-अलग रंग की चद़्दरों का उपयोग किया जाएगा. तीन-तीन दिन के रोटेशन के हिसाब से चद्दरों का रंग तय किया गया है, जबकि रविवार को मरीजों को सफेद चद्दर दी जाएगी.

अब मरीजों को सप्ताह में मिलेगी चार रंग की चद्दर !
- SMS के वार्डो में हर दिन चद्दर बदलने की मॉनिटरिंग के लिए कवायद
- अस्पताल प्रशासन ने तीन अलग-अलग रंग की मंगवाई चद्दरें
- हल्के गुलाबी, हल्के हरे और हल्के ब्लू रंग की मंगवाई गई चद्दरें
- सोमवार, मंगलवार और बुधवार को अलग-अलग रंग की मिलेगी चद्दरें
- इसके बाद गुरुवार शुरूवार और शनिवार को इसी क्रम में बदलेगी चद्दरें
- अस्पताल के हर वार्ड में रविवार के दिन सफेद चद्दर पर रहेंगे मरीज
- किसी वार्ड में किसी मरीज के बिस्तर पर तय रंग की नहीं मिली चद्दर तो ऐसे वार्ड इंचार्ज से किया जाएगा जवाब तलब

इतना ही नहीं, अस्पताल प्रशासन ने वार्डों में 250 से अधिक बाथरूम की दशा सुधारने के लिए भी "सुलभ" को जिम्मेदारी दी है. देशभर में टॉयलेट्स के ओएण्डएम के लिए "सुलभ" काफी प्रतिष्ठित संस्थान है,जिससे एसएमएस अस्पताल प्रशासन एमओयू करने जा रहा है. इस एमओयू के तहत अस्पताल के सभी 104 वाडों के 250 से अधिक बाथरूम की सम्पूर्ण देखरेख सुलभ ही करेगी. 

ग्रास रूट की दिक्कतों के समाधान के लिए प्रयास हो रहे:
अस्पताल में जिस तरह से ग्रास रूट की दिक्कतों के समाधान के लिए प्रयास हो रहे है, वो स्वागतयोग्य है. निश्चिततौर पर इस प्रयासों से अस्पताल की छवि सुधरेगी और मरीज भी अच्छे वातावरण में इलाज ले सकेंगे. अब देखना ये होगा कि अस्पताल प्रशासन अपने इस दावे पर कितना खरा उतर पाता है. 

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