VIDEO: सड़क सुरक्षा अभियान में जयपुर RTO प्रथम ने किया शानदार प्रदर्शन, प्रदेशभर में अग्रणी स्थान किया प्राप्त, देखिए ये खास रिपोर्ट 

जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशा के अनुरूप प्रदेशभर में 4 नवंबर से शुरू हुए 15 दिवसीय सड़क सुरक्षा अभियान में जयपुर RTO प्रथम ने शानदार प्रदर्शन किया है. इस विशेष अभियान में RTO प्रथम कार्यालय, जयपुर ने प्रदेशभर में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है. RTO प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत के निर्देशन में कार्यरत टीमों ने अब तक सबसे अधिक कार्रवाई कर सड़क सुरक्षा अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. विभागीय रिपोर्ट के मुताबिक, जयपुर RTO प्रथम की टीमों ने अब तक 200 से अधिक ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई की है. यह आंकड़ा प्रदेश में सर्वाधिक है, जबकि जयपुर जिले में ओवरलोड वाहनों की संख्या अन्य जिलों की तुलना में न्यूनतम पाई जाती है.

इसके अलावा, RTO प्रथम की टीमों ने 187 बसों पर कार्रवाई की है, जिनमें से 31 बसों में वाहन संरचना में किए गए अल्टरेशन (संशोधन) के मामले पाए गए हैं. इन सभी बसों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालान बनाए गए हैं. परिवहन विभाग का कहना है कि अल्टरेशन और ओवरलोडिंग जैसी गतिविधियां सड़क सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न करती हैं, इसलिए इनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई आवश्यक है.अभियान के दौरान अब तक कुल 3,000 से अधिक वाहनों की जांच की जा चुकी है. इनमें से 47 वाहनों को गंभीर नियम उल्लंघन के चलते सीज़ किया गया है. वहीं, विभिन्न श्रेणियों में कुल 1,178 चालान बनाए गए हैं. इन चालानों से विभाग को लगभग ₹94 लाख के राजस्व की प्राप्ति होगी, जो अभियान की कार्यकुशलता और प्रभावशीलता को दर्शाता है.

RTO प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि सड़क सुरक्षा अभियान के दौरान केवल जुर्माना वसूली नहीं, बल्कि लोगों को जागरूक करने पर भी जोर दिया जा रहा है. वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने, वाहन फिटनेस और सुरक्षा उपकरणों की नियमित जांच कराने और ओवरलोडिंग और संशोधन से बचने की सलाह दी जा रही है.उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा किसी एक विभाग का काम नहीं, बल्कि यह सामूहिक जिम्मेदारी है. अगर हर चालक नियमों का पालन करे तो सड़क हादसों में बड़ी कमी लाई जा सकती है. 

जयपुर RTO प्रथम कार्यालय द्वारा अभियान के तहत लगातार सुबह से देर शाम तक निरीक्षण दल सक्रिय हैं और हर जोन में विशेष गश्त की व्यवस्था की गई है. सड़क सुरक्षा अभियान के तहत परिवहन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीमें शहर के प्रमुख मार्गों, टोल नाकों और औद्योगिक क्षेत्रों में वाहनों की जांच कर रही हैं. ओवरलोड, अल्टरेशन, बगैर परमिट, फिटनेस या बीमा के संचालन करने वाले वाहनों पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है.आरटीओ प्रथम कार्यालय का यह प्रदर्शन राज्य के लिए एक उदाहरण बन गया है. लगातार हो रही कार्रवाइयों से यह संदेश स्पष्ट है कि सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वालों के प्रति अब किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरती जाएगी.