जयपुर: सड़क सुरक्षा अभियान के तहत जयपुर में यातायात अनुशासन को मजबूत करने और सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस की संयुक्त कार्रवाई लगातार जारी है. शहर में शराब पीकर और खतरनाक तरीके से वाहन चलाने वाले 200 से अधिक चालकों को नोटिस जारी किए गए हैं. RTO प्रथम कार्यालय जयपुर की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, शहर में शराब पीकर और खतरनाक तरीके से वाहन चलाने वाले 200 से अधिक चालकों को नोटिस जारी किए गए हैं. इन सभी मामलों में चालकों ने न केवल यातायात नियमों की अनदेखी की, बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा को भी खतरे में डाला. आरटीओ प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि जिन चालकों को नोटिस भेजे गए हैं.
उनके खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 184 और 185 के तहत कार्रवाई की जा रही है. इन धाराओं के अंतर्गत क्रमशः खतरनाक ड्राइविंग और नशे की हालत में वाहन चलाना गंभीर अपराध माना गया है. परिवहन विभाग ने बताया कि इन चालकों की सूची ट्रैफिक पुलिस की अनुशंसा पर तैयार की गई है. पुलिस ने चालकों के खिलाफ वीडियो सबूत, चालान रिकॉर्ड और ई-डेटा के आधार पर परिवहन विभाग को रिपोर्ट भेजी थी. शेखावत ने बताया कि मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 19 के अंतर्गत विभाग को ड्राइविंग लाइसेंस को निलंबित या निरस्त करने का अधिकार है. जारी नोटिस के बाद चालकों को सात दिन का समय दिया गया है ताकि वे अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत कर सकें. निर्धारित समयावधि में जवाब नहीं देने पर 220 से अधिक चालकों के लाइसेंस निलंबित किए जाएंगे.
जयपुर RTO राजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि सड़क सुरक्षा को लेकर आरटीओ कार्यालय पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रहा है. इस वर्ष अब तक 1536 लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए जा चुके हैं, जिनमें से अधिकांश मामले नशे में वाहन चलाने, तेज रफ्तार, मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइविंग करने और ओवरलोडिंग जैसे उल्लंघनों से जुड़े हैं. RTO प्रथम ने बताया कि सड़क सुरक्षा अभियान के तहत यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी. विभाग का उद्देश्य सड़क पर अनुशासन और सुरक्षा का माहौल बनाना है ताकि आमजन सुरक्षित यात्रा कर सकें.
उन्होंने कहा कि शराब पीकर वाहन चलाना न केवल स्वयं चालक के लिए बल्कि अन्य यात्रियों और राहगीरों के लिए भी गंभीर खतरा है. राजेंद्र सिंह शेखावत ने आमजन से अपील की कि वे यातायात नियमों का पालन करें, निर्धारित गति सीमा में वाहन चलाएं और नशे की हालत में कभी वाहन न चलाएं. उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा सिर्फ सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का दायित्व है. परिवहन विभाग के मुताबिक, जयपुर में सड़क हादसों में बड़ी संख्या में जान-माल की हानि होती है और इनमें अधिकांश मामले लापरवाह और नशे में ड्राइविंग से जुड़े पाए गए हैं. ऐसे में सख्त कार्रवाई ही इस प्रवृत्ति पर रोक लगाने का एकमात्र उपाय है.