जयपुर: मार्च के महीने में ही जयपुर में पारा 30 डिग्री पार होने लगा है और इसके साथ ही जनता की प्यास भी बढ़ने लगी है. जलदाय विभाग ने पानी की बढ़ती मांग के चलते अपनी तैयारी भी पूरी कर ली है. बीसलपुर से होने वाली पानी की सप्लाई बढ़ा दी है और साथ ही करीब 14 करोड़ रुपए के विभिन्न प्रपोजल भी तैयार है. आईये देखते है इस रिपोर्ट में आखिर किस तरह की है जयपुर में जलदाय विभाग की तैयारी.
- बढ़ती गर्मी ने बढाई जयपुर की प्यास
- जलदाय विभाग ने पानी के लिए माकूल प्रबंध
- अभी तक बीसलपुर से 485 एलएलडी पानी आ रहा था जयपुर
- पानी की मांग बढ़ने के साथ इसे 515 एलएलडी कर दिया गया है
- अप्रैल में बीसलपुर से करीब 45 एलएमडी पानी ज्यादा लिया जाएगा
- मई-जून के महीने में सप्लाई करीब 575 एलएमडी कर दी जाएगी
- यानि गर्मियों के चार महीने में करीब 100 एलएलडी पानी बढ़ जाएगा
पिछले एक साल में जयपुर में करीब 15 हजार पानी कनेक्शन बढ गए हैं और पृथ्वीराज नगर, सांगानेर व झोटवाड़ा के कई नए इलाके जुड़ गए हैं. इन क्षेत्रों को अब बीसलपुर से पानी सप्लाई किया जा रहा है. ऐसे में विभाग के लिए थोड़ी राहत मिलेगी, लेकिन सबसे ज्यादा परेशान उन क्षेत्रों के लिए आएगी, जिन क्षेत्रों में सरकारी लाइन से पानी सप्लाई की व्यवस्था नहीं है. विभाग ने इन ऐसे क्षेत्रों के लिए टैंकर से पानी सप्लाई की प्लानिंग की है. जनता की मांग के अनुसार इन क्षेत्रों में टैंकर्स से पानी पहुंचाया जाएगा. विभाग ने जयपुर के लिए 14 करोड़ का प्रपोजल बनाया है. जयपुर शहर के लिए सात करोड़ 85 लाख तो ग्रामीण के लिए चार करोड़ 75 लाख का प्रावधान रखा गया है. इसी तरह जयपुर के अंतर्गत आने वाले नौ कस्बों के लिए एक करोड़ 55 लाख रुपए का बजट रखा गया है. इसी तरह टैंकर्स से पानी सप्लाई के लिए 10 करोड़ 50 लाख का प्रावधान रखा गया है. कलेक्टर को भी एक करोड़ रुपए के बजट का अधिकार दिया गया है.
राजस्थान में जहां धरती तपने लगी है, वहीं सूरज भी आंखे दिखाना लगा है. जलदाय विभाग ने भी इस चुनौती से पार पाने के लिए पहले से तैयारी कर ली है. गर्मी में पेयजल संकट का सामना न करना पड़े इसके लिए प्रदेश के बजट में एक हजार ट्यूबवेल व एक हजार 500 हैंडपंप्स लगाने की घोषणा की है. साथ ही कंटीजेंसी प्लान के तहत 142 करोड़ का प्रावधान किया गया है. इस राशि से ट्यूबवेल व हैंडपप्स दुरस्त होंगे और साथ ही टैंकर से पानी सप्लाई भी होगा. राजधानी जयपुर का क्षेत्र बड़ा है, तो यहां की जनता के लिए भी खास इंतजाम किए गए हैं.