जैसलमेर: आजाद भारत के इतिहास में भारतीय सेना के पराक्रम की सबसे बड़ी मिसालों में से एक जैसलमेर के लोंगेवाला में पाकिस्तान की टैंक रेजिमेंट की कब्रगाह बनाए जाने की 51वीं वर्षगांठ को भारतीय सेना ने पराक्रम दिवस के रूप में मनाया.
जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर सैन्य स्टेशन पर सोमवार सुबह आयोजित हुए कार्यक्रम में भारतीय सेना के जवानों ने शारीरिक दमखम, स्फूर्ती और अचूकता के बेमिसाल मिश्रण का नजारा दिखाया. जिसे देखकर जहां सेना के अधिकारियों और पूर्व जवानों के सीने गर्व से फूल गए तो अन्य दर्शकों की आंखें पलकें झपकना तक भूल गईं. इस मौके पर अतिथियों के तौर पर जोधपुर स्थित कोर्णाक कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग ले. जनरल राकेश कपूर और जैसलमेर कलक्टर टीना डाबी सहित सेना के उच्च अधिकारी, सैनिक, सैन्य परिवारों के सदस्य, स्कूली बच्चे और आमजन उपस्थित थे.
सैन्य स्टेशन स्थित सगतवाला स्टेडियम में पराक्रम दिवस के अवसर पर सेना की मिक्स्ड मार्शल आट्र्स टीम, मलखंभ टीम और डेयरडेविल्स मोटरसाइकिल टीम ने अचम्भे में डालने वाला प्रदर्शन किया. कार्यक्रम में सेना के जवानों ने मोटरसाइकिल पर विभिन्न आकृतियां बनाकर ऐसे स्टंट किए कि समारोह में बैठेदर्शक दांतों तले अंगुली दबाने पर विवश हो गए. सैनिकों की ओर से मोटरसाइकिल पर शारीरिक संतुलन का बेजोड़ नमूना प्रस्तुत किया.
जवानों की शारीरिक क्षमता और चपलता देखने को मिली:
इसमें मोटरसाइकिल पर डांस करना, अखबार पढऩा, स्वीमिंग करना सहित सीढ़ी चढऩा, एक पैर पर मोटरसाइकिल चलाना, सवारों ने कमल के फूल की आकृति बनाने सहित कई करतब दिखाए. इसके बाद मलखंभ पर जवानों की शारीरिक क्षमता और चपलता देखने को मिली. सैनिकों ने आग के गोले में से जब मोटरसाइकिल को निकाला तो दर्शक रोमांचित हो गए. ऐसे ही 20 सैनिक जमीन पर लेट गए और उनके ऊपर से मोटरसाइकिल को निकाला गया, यह दृश्य देखकर हर कोई एकबारगी सन्न रह गया और फिर देर तक सभी कलाबाजियों पर दर्शक करतल ध्वनि करते रहे.
सैनिकों ने तलवारबाजी का अद्भुत प्रदर्शन किया:
पराक्रम दिवस पर सिख रेजिमेंट के सैनिकों ने तलवारबाजी का अद्भुत प्रदर्शन किया. कार्यक्रम में सैनिकों के रोमांचकारी प्रदर्शनों में 10 हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाकर पैराशूट के जरिए जमीन पर उतरने का करतब भी शामिल था, जिसने दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी. इसके साथ आर्मी बैंड की सुमधुर स्वर लहरियों ने देखने वालों को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम में ट्राइथॉलोन के प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए. गौरतलब है कि सेना की ओर से इस कार्यक्रम को आयोजित करने का उद्देश्य उन वीर जवानों को याद करना और उन्हें श्रद्धांजलि देना था, जिन्होंने युद्ध में सर्वोच्च बलिदान दिया. इसके साथ ही इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों में गर्व की भावना और भूतपूर्व सैनिकों के साथ एकजुटता का संदेश दिया गया. शुरुआत में मुख्य अतिथि ले. जनरल कपूर ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे पूर्व सैनिकों से भेंट की तथा उनकी कुशलक्षेम पूछी.