Jaisalmer News: रावण दहन के लिए 'तीर' नहीं चला सकेंगे 'नेताजी', स्वर्णनगरी में दशहरा पर्व की चल रही है तैयारियां

जैसलमेर: जैसलमेर में इस बार दशहरे के दिन रावण जलाने की परंपरा का निर्वाह किया जाएगा. रावण दहन के लिए नगरपरिषद ने तैयारियां शुरू कर दी है. शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में मेड़ता रोड से आए 10 कारीगर रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले तैयार कर रहे हैं. करीब साढ़े 5 लाख रुपए की लागत से तीनों पुतलों का निर्माण करवाया जा रहा है. 

दशहरे के दिन शानदार आतिशबाज़ी के साथ इन तीनों पुतलों का दहन किया जाएगा. नगर परिषद कमिश्नर लजपाल सिंह ने बताया कि इस बार दशहरे के पर्व को देखते हुए नगर परिषद सभी तैयारियां कर रही है. परम्परा के अनुसार नगर परिषद ने इसका टेंडर कर दिया है. अब पिछले महीने से तीनों पुतलों को बनाने के काम के लिए 10 के करीब कारीगर लगे हैं.  इस बार 40 फीट का रावण होगा. साथ ही 30-30 फीट के मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले बनाए जाएंगे. बांस और लकड़ी के साथ कपड़ों आदि से पुतलों को बनाया जा रहा है. इसमें विशेष तरीके की आतिशबाज़ी भी होगी. साथ ही विशेष तरीके से लाइट के साथ पुतलों को सजाया जाएगा. 

पुतलों को जलाने के लिए रिमोट तैयार किया जाएगा:
पुतलों को जलाने के लिए रिमोट तैयार किया जाएगा. रिमोट के द्वारा ही पुतलों का दहन किया जाएगा. इस बार आचार संहिता के चलते जिला प्रशासन तय करेगा कि रावण दहन किसके हाथों किया जाएगा. राज्य भर में विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता के चलते इस बार विजयदशमी के पर्व पर रावण और उसके परिजनों के पुत्रों के दहन कार्यक्रम में निर्वाचित जनप्रतिनिधि अथवा राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों को वीआईपी का दर्जा नहीं मिलेगा. आमजन की भांति ही इस कार्यक्रम का हिस्सा बन पाएंगे. इस मौके पर हमारे संवाददाता सूर्यवीरसिंह तंवर ने लिया दशहरे पर्व के तैयारियों का जायजा.