जैसलमेर: जिला मुख्यालय के पास आकल फांटा पर खड़े युवक को एसयूवी ने अपनी चपेट में ले लिया, जिससे उसकी मौत हो गई और बाद में वाहन चालक वाहन छोड़ कर वहां से फरार हो गया. इस घटना से मृतक के परिवारजनों के साथ अन्य ग्रामीण गुस्सा गए और उन्होंने जवाहिर चिकित्सालय के मोर्चरी कक्ष के बाहर धरना दिया तथा उचित कार्रवाई नहीं होने तक शव उठाने से इनकार किया. समझाइश का दौर चलने के बाद परिवारजनों ने शव उठाया.
जानकारी के अनुसार हादसे में रेंवतसिंह निवासी सोनू को एसयूवी ने टक्कर मारी. जिससे वह वाहन के नीचे आ गया और उसके बाद भी वाहन नहीं रुका और काफी दूरी तक चलता रहा. बाद में चालक गाड़ी छोड़ कर फरार हो गया. राहगीरों ने उसे जवाहिर अस्पताल पहुंचाया. यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. युवक के शव को मोर्चरी में रखवाया गया. हादसे की जानकारी मिलने पर मृतक के परिवारजन और अन्य ग्रामीण वहां पहुंचे. वहीं समझाइश के बाद युवक की मौत के मामले में 15 लाख के मुआवजे के बाद शव को मोर्चरी से उठाया. वहीं पुलिस ने हिट एंड रन मामले में गाड़ी को जब्त कर ड्राइवर को भी पकड़ लिया.
गाड़ी ने युवक को करीब 300 मीटर तक घसीटा:
गौरतलब है कि एक स्कॉर्पियो गाड़ी ने सड़क के किनारे खड़े युवक को टक्कर मार दी जिससे 35 साल के रेवंत सिंह की मौत हो गई. गाड़ी ने युवक को करीब 300 मीटर तक घसीटा. युवक की मौत पर हॉस्पिटल मोर्चरी में शव रखकर परिजनों और ग्रामीण ने प्रदर्शन किया. गाड़ी मालिक और निजी कंपनी द्वारा 15 लाख के मुआवजे के आश्वासन के बाद परिजन शव लेकर गए. रेवंत सिंह घर में अकेला कमाने वाला था. वह गाड़ी चलाकर अपने परिवार का पेट पालता था. उसके पिता का 6 महीने पहले ही निधन हुआ है और घर में 3 बच्चों में से एक तो दिव्यांग है. उसकी आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब थी.