जयपुर: मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के निर्देशों पर प्रदेश में अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ 15 जनवरी से चलाये जा रहे राज्यव्यापी अभियान के दौरान राज्य में पहलीबार 110 अवैध खनन स्थलों पर कार्रवाई की गई है. अभी तक 4 दिन में 600 से अधिक मामले बनाए गए हैं.
खान सचिव आनन्दी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा अवैध खनन गतिविधियों को समूल नष्ट करने के निर्देश और सख्त मोनेटरिंग का ही प्रभाव है कि खनिजों के अवैध परिवहन करते वाहनों की जब्ती की कार्यवाही के साथ ही अवैध माइनिंग स्थलों पर कार्यवाही कर बड़ा संदेश दिया गया है कि राज्य सरकार अवैध माइनिंग गतिविधियां सहन नहीं करेंगी. अवैध माइनिंग के खिलाफ भीलवाड़ा में सर्वाधिक 15 माइनिंग स्थलों पर कार्यवाही हुई हैं वहीं जयपुर ग्रामीण भी 11 स्थानों पर कार्रवाई कर दूसरे नंबर के साथ आगे रहा है.
खान सचिव आनन्दी ने बताया कि अभियान के प्रति सरकारी की गंभीरता को इसी से समझा जा सकता है कि संयुक्त अभियान के दौरान तीन दिनों में 110 स्थानों पर हो रहे अवैध खनन कार्यों पर कार्यवाही की गई हैं वहीं प्रदेश में 45 एक्सक्वेटर व जेसीबी को जब्त किया जा चुका है. इनमें 24 एक्सक्वेटर और 21 जेसीबी मशीनें शामिल है. अधिकारियों को संयुक्त अभियान के दौरान अवैध खनन कार्यों में लगी बड़ी मशीनें और क्रेन की भी जब्ती के निर्देश दिए गए हैं ताकि खनन माफियां दुबारा अवैध खनन कार्य नहीं कर सकें. प्रदेश में अवैध खनन कार्यों पर सर्वाधिक 15 कार्यवाही भीलवाड़ा में की गई है. इसके बाद जयपुर ग्रामीण में 11 कार्रवाई की गई.
कोटा में 8, डीडवाना-कुचामन, बूंदी, बीकानेर, अलवर, झालावाड़, में पांच-पांच, अजमेर, दौसा, जोधपुर ग्रामीण, सलूंबर, में 4-4 व अन्य शेष अन्य स्थानों पर कार्यवाही की गई है. इसी तरह से भीलवाड़ा में 3 जेसीबी व 1 एक्सक्वेटर, पाली में 4 जेसीबी व 1 एक्सक्वेटर, जैसलमेर में 3 एक्सक्वेटर व 24 एक्सक्वेटर और 21 जेसीबी में से अन्य स्थानों पर जब्त की गई है. अभियान में लगातार उदयपुर, जोधपुर, जयपुर और कोटा जोन में अवैध खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई का दौर जारी है जिस तरह की कार्रवाई देखने को मिल रही है उसे खाना माफिया में हड़कंप है.