डीडवाना : कलयुगी मांओं ने लावारिस छोड़े जिगर के टुकड़े, मामले की जांच में जुटी पुलिस

डीडवाना: अब आपको ऐसी खबर बताते हैं, जो आपको झकझोर कर रख देगी क्योंकि जिन मासूम बच्चों का कोई कसूर नहीं था, उन्हें कलयुगी मांओं ने लावारिस छोड़ दिया. जी हां डीडवाना जिले के कुचामन और लाडनूं से एक ही दिन में दो ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां कलयुगी मांओं का ना तो दिल पसीजा, ना ही उनकी ममता जागी. 

जिन बच्चों को 9 महीने पेट में रखा, उनसे ही पीछा छुड़ाने के लिए इन मांओं ने लावारिस फेंक दिया. आपको बता दें कि कुचामन और लाडनूं में एक ही रात में दो नवजात बच्चे मिले हैं. दोनों ही बच्चे स्वस्थ हैं और दोनों को ही प्राथमिक उपचार के बाद जरूरी औपचारिकताऐं पूरी कर नागौर के शिशु गृह भिजवाया गया है. आपको बता दें कि लाडनूं के सरकारी अस्पताल स्थित पालनागृह में आज सुबह एक नवजात शिशु मिला. 

पालना गृह का अलार्म बजते ही अस्पताल स्टाफ अलर्ट हो गया और शिशु को पालना गृह से रेस्क्यू कर वार्ड में शिफ्ट किया गया है. सूचना मिलने पर सरकारी अस्पताल के पीएमओ डॉ. कमलेश कस्वा मौके पर पहुंचे. इस बारे में कस्वा ने बताया चिकित्सकों की टीम ने बच्चे का चेकअप किया है. बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है. साथ ही उसकी देखभाल भी की जा रही है. वहीं अस्पताल प्रशासन ने इसकी सूचना लाडनूं एसडीएम व पुलिस को दी है. 

इसी प्रकार कुचामन सिटी के एक मोहल्ला में गत रात्रि को एक नवजात मिला है. नवजात के मिलने की खबर क्षेत्र में आग की तरह फेल गई. इसके बाद पार्षद शाहरुख और समाजसेवी याकूब भाटी ने कुचामन के राजकीय जिला अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर प्रहलाद बाजिया और थाना अधिकारी सुरेश कुमार चौधरी को सूचना दी. इसके बाद नवजात को अस्पताल ले जाया गया, जहाँ पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हरीश ढाका ने बच्चे की जांच की. 

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हरीश ढाका ने बताया की नवजात लड़का है और करीब 8 से 10 घंटे पहले नवजात ने जन्म लिया है. फिलहाल बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ है. उन्होंने बताया कि जरूरी औपचारिकताऐं पूरी कर नवजात को नागौर शिशु गृह भिजवाया जाएगा. दूसरी और कुचामन पुलिस थाने के हेड कांस्टेबल सुंदर सिंह डोगीवाल भी जिला अस्पताल पहुंचे और नवजात से संबंधित जानकारी जुटाकर मामले की जांच शुरू की.