जयपुर: लगातार दो लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करने वाली कांग्रेस पार्टी इस बार कोई रणनीतिक चूक नहीं चाहती. लिहाजा खुद सोनिया गांधी ने एक बार फिर कमान पूरी तरह से अपने हाथों में संभाल ली है. पार्टी की हर गतिविधियों में सोनिया गांधी लगातार सक्रियता है. चाहे उम्मीदवारों के चयन को लेकर सीईसी बैठक हो या फिर इलेक्ट्रॉल बॉन्ड को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करना. सोनिया गांधी हर सियासी फैसलों पर खुद नजरें रख रही है. लिहाजा सोनिया गांधी की इस सक्रियता से पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में खुशी देखते ही बनती है.
लगातार दो बार लोकसभा चुनाव हारने वाली कांग्रेस पार्टी के लिए यह एक सुखद खबर है की इस बार सोनिया गांधी पूरी तरह से सक्रीय हो गई है. तबियत नासाज होने के बाद सोनिया गांधी की इस सक्रियता को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं बेहद जोरों पर है. कांग्रेस पार्टी कैसे इस बार अच्छा प्रदर्शन करें इसके लिए सोनिया गांधी हर गतिविधि पर लगातार पैनी नजरें बनाए हुई है. यहां तक की टिकट फाइनल करने के लिए हो रही हर सीईसी बैठक में सोनिया गांधी मौजूद रहती है. अब सोनिया गांधी चुनाव के प्रचार में भी उतरने जा रही है. 6 अप्रैल को सोनिया गांधी जयपुर भी आएगी औऱ फिर अन्य राज्यों में भी प्रचार करने जा सकती है.
इससे पहले सोनिया गांधी जितने भी विधानसभा चुनाव हुए उसमें बिल्कुल नजर नहीं आई थी. सिर्फ एक बार राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में नजर आई थी. लेकिन 2024 के चुनाव की जंग जीतने के लिए सोनिया गांधी ने इस बार अपनी सक्रियता औऱ भूमिका बढा दी है. इतना ही नहीं इलेक्ट्रॉल बॉन्ड को लेकर सालों बाद एआईसीसी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सोनिया गांधी ने सबको चौंका दिया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोनिया गांधी ने जमकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला.
कांग्रेस की कमजोर लीडरशिप और राहुल गांधी को कठघरे में खड़ा करने वाली बीजेपी के लिए सोनिया गांधी की सक्रियता परेशानी का सबब साबित हो सकती है. वहीं यकीनन हताश-निराश कार्यकर्ताओं औऱ नेताओं में भी सोनिया गांधी के मोर्चा संभालने से नए जोश का संचार होगा. अब देखना होगा कि सोनिया गांधी की इस सक्रियता से पार्टी को क्या सियासी फायदा होता है.
...फर्स्ट इंडिया न्यूज के लिए दिनेश डांगी की रिपोर्ट