नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद रविवार को सांसदों का आह्वान किया कि वे नए भवन में नए संकल्प के साथ प्रवेश करें तथा संसदीय अनुशासन, मर्यादा और गरिमा के नए मापदंड स्थापित करें.उन्होंने नए संसद भवन के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया.
बिरला ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में संपूर्ण राष्ट्र इस महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक पल का साक्षी बन रहा है. प्रधानमंत्री के दृढ़संकल्प और प्रेरक मार्गदर्शन से ढाई वर्ष से कम समय में भी यह भवन बनकर तैयार हुआ. उन्होंने कारीगरों और मजदूरों का भी आभार जताया. बिरला ने कहा कि भारत विश्व का प्राचीनतम लोकतंत्र है. लोकतंत्र की जननी के रूप में हमारी पहचान है. हमने सदनों की अच्छी परिपाटी स्थापित की है.
लोगों का विश्वास लोकतंत्र के लिए बढ़ा है. मोदी ने कहा कि आज लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए विश्व भारत की ओर देखता है.हमारी संसद घरेलू और बाहरी चुनौतियों को अवसर में बदलने की ताकत रखती है.उन्होंने कहा कि मेरा सांसद मित्रों से अनुरोध है कि जब नए भवन में प्रवेश करें तो नए संकल्प के साथ प्रवेश करें. हम संसदीय अनुशासन, मर्यादा और गरिमा के नए मापदंड स्थापित करें.