जयपुर: राजधानी में दुर्गापुरा और मानसरोवर को जोड़ने वाली महारानी फार्म पुलिया पर गुजरने के लिए वाहन चालकों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा. आखिर कब तक और यह पुलिया यातायात के लिए रहेगी बंद.
दुर्गापुरा स्थित महारानी फार्म पुलिया इससे लगते टोंक रोड और आगे जवाहरलाल नेहरू मार्ग को सीधे मानसरोवर,न्यू सांगानेर रोड और पृथ्वीराज नगर योजना सहित बड़े इलाके को आपस में जोड़ती है. इसके चलते द्रव्यवती नदी पर बनी इस पुलिया पर यातायात का दबाव अधिक रहता है. बारिश में द्रव्यवती नदी में प्रवाह बढ़ने से पुलिया के ऊपर डेढ़ से दो मीटर ऊंचाई तक पानी का बहाव रहता है. इसके चलते यहां से गुजरने वाले हजारों वाहन चालकों की आवाजाही पुलिया पर बंद हो जाती है. मुख्यमंत्री और स्थानीय विधायक भजनलाल शर्मा के निर्देश पर जेडीए ने इस पुलिया को ऊंची करने की योजना बनाई और इस योजना का काम एक जनवरी से शुरू कर दिया गया. आपको सबसे पहले बताते हैं इस पुलिया को लेकर आखिर जेडीए की योजना क्या है?
-महारानी फार्म पुलिया अभी नदी से महज करीब दो मीटर ऊंचाई पर ही है
-इस पुलिया की चौड़ाई फिलहाल 17 मीटर है
-जेडीए ने इस पुरानी पुलिया को तोड़ दिया है
-चार गुना चार मीटर चौड़े बॉक्स कल्वर्ट डाले जा रहे हैं
-इसी बॉक्स कल्वर्ट में से ही नदी का पानी बहेगा
-इस पुलिया की चौड़ाई 17 मीटर से बढ़ाकर 20 मीटर की जाएगी
-नई पुलिया की ऊंचाई नदी से करीब साढ़े चार मीटर ऊंची होगी
-210 मीटर की लंबाई में पुलिया का निर्माण किया जा रहा है
-करीब छह करोड़ की लागत की इस योजना का काम 15 जून तक पूरा किया जाने की डेडलाइन थी
यूं तो जेडीए की इस योजना को 15 जून तक पूरा किया जाना था. लेकिन अब इस योजना का काम 30 जून तक पूरा हो पाएगा. आपको बताते हैं कि योजना में हो रही देरी का आखिर क्या है कारण और इस काम के चलते वाहनों को किस तरह डायवर्ट किया जा रहा है.
-यहां पुलिया को ऊंचा करने का काम गत एक जनवरी से चल रहा है
-तब से इस पुलिया से गुजरने वाले वाहन चालकों को टोंक रोड से मानसरोवर जाने के लिए बी टू बायपास
-और रिद्धि-सिद्धि पुलिया से लंबा चक्कर काटना पड़ रहा है
-पहले पुलिया को ऊंचा करने व चौड़ा करने का काम 15 जून तक पूरा किया जाना था
-द्रव्यवती नदी के पानी को डायवर्ट करने के लिए जेडीए की ओर से मिट्टी की मेड़ बनाई गई
-पिछले दिनों दो-तीन बार आई बारिश के चलते मिट्टी की मेड़ टूट गई
-इसके चलते जहां निर्माण कार्य चल रहा था वहां पानी भर गया
-इसके कारण काम की रफ्तार बाधित हो गई
-यही कारण है कि अब काम पूरा करने की डेडलाइन 30 जून तय की गई है