हर घर नल की सुविधा से युक्त पहला जिला बनने जा रहा है महोबा- योगी आदित्यनाथ

हर घर नल की सुविधा से युक्त पहला जिला बनने जा रहा है महोबा- योगी आदित्यनाथ

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर साल सूखे से जूझने वाले बुंदेलखंड के हर घर में अगस्त, 2023 तक नल का पानी पहुंचाने का निर्देश देते हुए सोमवार को कहा कि सरकार के लगातार प्रयासों से महोबा प्रदेश का ऐसा पहला जिला बनने जा रहा है जिसके हर घर में नल का पानी पहुंच रहा है. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन और नमामि गंगे परियोजना की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को हर घर तक नल से जल पहुंचाने के प्रयास को तेज करने संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और कहा कि वे हर दिन 50 हजार नल कनेक्शन उपलब्ध कराएं. 

उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में शुद्ध पेयजल एक सपना था. आज यह सपना साकार हो रहा है. यह दोनों ही क्षेत्र सर्वोच्च प्राथमिकता में हैं. सरकार के लगातार प्रयास से बुंदेलखंड का महोबा जिला प्रदेश का पहला ऐसा जिला बनने जा रहा है, जहां हर घर को नल का जल प्राप्त होगा. उन्होंने निर्देश दिया कि झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, जालौन, बांदा, चित्रकूट, मिर्जापुर और सोनभद्र सहित पूरे विंध्य-बुंदेलखंड में अगले दो महीने में हर घर नल से जल उपलब्ध कराने का लक्ष्य पूरा किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि 'हर घर नल-हर घर जल' के संकल्प के साथ प्रदेश के 2.65 करोड़ ग्रामीण परिवारों को शुद्ध जल मुहैया कराने का महाभियान चल रहा है. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के शुरू होने से पहले महज 5.16 लाख परिवारों को ही नल से पेयजल उपलब्ध था लेकिन लगातार प्रयास से आज एक करोड़ 30 लाख से अधिक परिवारों के लिए पेयजल का सपना साकार हुआ है. 

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को रोजाना 50 हजार कनेक्शन देने के आदेश जारी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल जीवन मिशन को मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है लिहाजा हर हाल में इस अवधि तक हर घर नल से जल की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए. उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि प्रदेश के 98,445 में से 91,919 गांवों में काम जारी है और सभी गांवों में समय सीमा के अंदर काम पूरा कराएं. उन्होंने गांवों को ‘वर्षा जल संचय’ के लिए प्रोत्साहित करने को कहा. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जल जीवन मिशन से 100% संतृप्त गांवों का पारदर्शिता के साथ सत्यापन होना चाहिए. अगर एक भी उपभोक्ता असंतुष्ट है तो उसकी अपेक्षाओं को पूरा किया जाए. सोर्स- भाषा