जयपुर: आज राजधानी जयपुर सहित प्रदेशभर में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. आज दिनभर पतंगें कुलांचे भरेंगी, दिनभर चरखियां घूमेंगी, डोर आसमान नापेगी. उमंग-उत्साह के बीच शहरवासी दिनभर छतों पर रहेंगे. दिनभर दानपुण्य का दौर चलेगा.
वहीं जयपुर में पतंगबाजों को आज हवा का साथ मिलेगा. दिनभर 4 से 8 किमी/ प्रति घंटा उत्तर-पश्चिम की ओर से हवा चलेगी. हवा की गति सामान्य रहने से दिन में ठंड का अहसास रहेगा. लोग गजक-तिल के व्यंजनों के साथ पकौड़ियों का लुप्त उठाएंगे. सुबह से ही लोगों पर डीजे की धुन और चाय, रेवड़ियों का स्वाद छाया है.
अगर राजधानी जयपुर की बात करें तो आसमान में सुबह से ही रंग-बिरंगी पतंगें दिखने लगी. जैसे-जैसे चढ़ेगा वैसे ही आसमान पतंगों से अटा नजर आएगा. साफ मौसम और बहती हवा पतंगबाजी का आनंद दोगुना करेगी. कोरोनाकाल के बाद इस बार पतंगबाजी पूरी तरह से परवान पर है. बड़ों के साथ बच्चों में पतंगबाजी का खासा क्रेज है. हालांकि घायल परिंदों का भी विशेष ख्याल रखें. परिंदा घायल दिखने पर मदद करने से भी नहीं चूके. शहर में जगह-जगह लगे बर्ड ट्रीटमेंट कैंप पर इलाज करवाएं. SMS अस्पताल में घायल लोगों के लिए विशेष व्यवस्था है.
पक्षियों को बचाने के लिए वन विभाग ने भी विशेष कवायद:
पतंबबाजी से घायल होने वाले पक्षियों को बचाने के लिए वन विभाग ने भी विशेष कवायद की है. घायल पक्षियों के रेस्क्यू और इलाज के लिए रक्षा संस्थान, होप एंड बियोंड, एंजल आइज सहित विभिन्न एनजीओ वन विभाग के साथ मिलकर शिविर आयोजित कर रहे हैं. 16 जनवरी तक चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाएगा.