रामपुर: समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के पूर्व मंत्री आजम खान के घर में किसी अज्ञात व्यक्ति ने कथित तौर पर एक पोटली फेंकी और ऐसा बताया जा रहा है कि इस पोटली में लाल कपड़ा एवं तंत्र-मंत्र से जुड़ी चीजें मिली हैं.
इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही, सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले चार पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के आदेश दिए गये हैं. पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला ने शुक्रवार रात बताया कि आजम खान के घर में पोटली फेंकने वाला शख्स मानसिक रूप से कमजोर है, और उसने आसपास से कूड़ा करकट और इस तरह के कपड़े को एक जगह इकट्ठा करने के बाद पोटली बनाई और फिर इसे उनके घर में फेंक दिया.
चार पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के आदेश दिये:
आरोपी को उपचार के लिए मानसिक रोगों के अस्पताल भेज दिया गया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आजम खान को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है और उनके घर पर गारद तैनात है. ऐसे में पोटली फेंके जाने की घटना के चलते सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले चार पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के आदेश दिये हैं. इससे पहले, पुलिस सूत्रों ने बताया था कि खान के आवास में बृहस्पतिवार को एक व्यक्ति ने काली पन्नी में लिपटी पोटली फेंकी और इसमें लाल कपड़ा एवं जादू-टोने से जुड़ी सामग्री मिलने की बात बताई जा रही है. पोटली फेंकने वाले व्यक्ति की तस्वीर खान के आवास में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में नजर आ रही है. खान की पत्नी एवं पूर्व सांसद डॉ. तज़ीन फातिमा ने रामपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) को पत्र लिखकर इस घटना के पीछे षड्यंत्र की आशंका जताई है.
आजम खान के आवास पर एक पोटली फेंकी गयी:
फातिमा ने अपने पत्र में सवाल उठाया कि जब उनके आवास पर 24 घंटे वाई श्रेणी की सुरक्षा तैनात है, तो यह घटना कैसे हुई. उन्होंने पत्र में लिखा, ‘‘बेशुमार झूठे मुकदमे लगाकर रामपुर को बर्बाद करने वाला प्रशासन किसी भी हद तक जा सकता है.’’ अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) डॉ संसार सिंह ने बताया कि बृहस्पतिवार देर रात सूचना मिली थी कि आजम खान के आवास पर एक पोटली फेंकी गयी है और उस पोटली में टोपी एवं कुछ कपड़े हैं.
घटना सुबह छह बजकर 17 मिनट की:
उन्होंने बताया कि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के अनुसार यह घटना सुबह छह बजकर 17 मिनट की है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने पोटली को अपने कब्जे में ले लिया है. गौरतलब है कि आजम खान रामपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद और रामपुर विधानसभा क्षेत्र से 10 बार विधायक रहे हैं, लेकिन पिछले दिनों भड़काऊ भाषण देने के मामले में यहां की एक स्थानीय अदालत द्वारा सजा सुनाये जाने के बाद उनकी विधानसभा की सदस्यता रद्द हो गयी थी. सोर्स-भाषा