18 मार्च का इतिहास: आज के दिन प्रगति मैदान में पहली बार लगा किताबों का मेला

नई दिल्ली: किताबों को इनसान का सबसे अच्छा दोस्त कहा जाता है. भारत में अच्छे लेखकों की कभी कमी नहीं रही और दुनियाभर की किताबें पाठकों तक पहुंचे इस इरादे से भारत में 1972 में पहली बार विश्व पुस्तक मेले का आयोजन किया गया. 18 मार्च से 4 अप्रैल तक राजधानी के प्रगति मैदान में लगाए गए इस मेले में 200 से अधिक प्रकाशकों ने भाग लिया और तत्कालीन राष्ट्रपति वी.वी. गिरी ने इसका उद्घाटन किया. उसके बाद से पिछले पचास बरस से भी अधिक समय से मेले का आयोजन पूरी भव्यता के साथ किया जा रहा है. बीते बरसों में कोविड के प्रकोप के कारण अन्य तमाम गतिविधियों की तरह मेले के आयोजन में भी बाधा आई.

एक अन्य घटना की बात करें तो 18 तारीख का दिन इतिहास में हिंदी फिल्म अभिनेता और निर्माता शशि कपूर के जन्मदिन के तौर पर भी दर्ज है. पद्भभूषण और दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित शशि कपूर का जन्म 18 मार्च, 1938 को कोलकाता में हुआ था. शशि कपूर ने एक ओर मसाला फिल्मों में अभिनय किया तो दूसरी तरफ विकसित हो रहे समानांतर सिनेमा आंदोलन को समर्थन दिया. उन्होंने रंगमंच के कलाकारों के लिए पृथ्वी थियेटर को नया आयाम दिया. चार दिसंबर 2017 को शशि कपूर का निधन हुआ. देश दुनिया के इतिहास में 18 मार्च की तारीख पर दर्ज कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-

1801 : भारत में हथियार बनाने का पहला कारखाना स्थापित किया गया.
1858 : डीजल इंजन के खोजकर्ता रूडोल्फ डीजल का जन्म 
1914 : आज़ाद हिन्द फ़ौज के अधिकारी गुरबख्श सिंह ढिल्लों का जन्म.
1914 : अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय के पूर्व अध्यक्ष नागेन्द्र सिंह का जन्म.
1915 : डिफेंस ऑफ इंडिया एक्ट को मंजूरी दी गई.
1919 : रॉलेट एक्ट पारित किया गया और इसने 1915 में पारित डिफेंस ऑफ इंडिया एक्ट की जगह ली. इसके जरिए भारतीयों के नागरिक और राजनीतिक अधिकारों को कुचलने का काम किया गया.
1922 : महात्मा गांधी को कारावास की सजा सुनाई गई.
1938 : हिन्दी सिनेमा जगत के प्रसिद्ध अभिनेता शशि कपूर का जन्म.
1940 : इटली शासक मुसोलिनी, हिटलर के बातचीत में युद्ध में प्रवेश के लिए सहमत हुये. 
1944 : नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में आजाद हिंद फौज ने बर्मा की सीमा पार करके भारत में प्रवेश किया.
1965 : रूसी अंतरिक्ष यात्री एलेक्सी लियोनोव अंतरिक्ष में प्रवेश करने वाले पहले व्यक्ति बने.
1972 : विश्व पुस्तक मेले की शुरूआत.
1980: समाजशास्त्री व मनोवैज्ञानिक एरिक फ्रॉम का निधन.
2000 : युगांडा में 230 लोगों ने आत्मदाह किया.
2020 : देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण के 14 और मामले सामने आने के बाद इस घातक विषाणु से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 151 हो गई. सोर्स- भाषा